बदहाल सड़कों से यूपी में जनजीवन त्रस्‍त, जानलेवा दुर्घटनाओं की चर्चा खोल रही सरकारी दावों की पोल: मायावती

बद्रीनाथ ज्ञानवापी पर बयानबाजी
मायावती। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। बरसात के साथ ही राजधानी लखनऊ समेत प्रदेशभर के जिलों की सड़कों की गुणवत्‍ता की पोल खोल दी है। अधिकतार सड़कों में जहां गड्ढे हो चुके हैं। वहीं कई जगह पर सड़कों में गड्ढे से उलट गड्ढों में सड़क वाली भी स्थिति सामने आ रही, कुछ समय पहले ही हजारों करोड़ की लागत से शुरू हुए पूर्वांचल एक्‍सप्रेस में भी जगह-जगह गड्ढे बनने से यूपीडा के अफसरों की कारस्‍तानी संदेह के घेरे में है।

वहीं इन सबके बीच बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा है कि यहां यूपी में बदहाल सड़कों से जनजीवन त्रस्त है और इससे होने वाली जानलेवा दुर्घटनाओं की खबरों की हर तरफ चर्चा हो रही, जो सरकारी दावों की पोल खोलती है।

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यूपी की पूर्व सीएम ने आज इस बारे में ट्विट करते हुए कहा है कि नए एक्सप्रेसवे के लगातार धंसने-दरकने, लखनऊ-उन्नाव की भी 50 किलोमीटर सड़क में 982 गड्ढे जैसी पश्चिमी यूपी व पूर्वांचल अर्थात् अधिकांश यहां यूपी में बदहाल सड़कें व उस कारण जनजीवन त्रस्त होने व जानलेवा दुर्घटनाओं आदि की खबरें सर्वत्र चर्चाओं में है, जो सरकारी दावों की पोल खोलता है, जबकि यूपी में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद से भी प्रदेश को गड्ढा-मुक्‍त करने के वादे व दावे हर मंत्री व नेताओं द्वारा लगभग हर रोज ही किए जाते हैं, लेकिन इनके अन्य दावों की तरह ही सूबे को गड्ढा-मुक्‍त नहीं बना पाना लोगों को अब काफी विचलित कर रहा है।

हसीन सपना दिखाने में नहीं हिचक रहीं सरकारें 

अपने एक अन्‍य ट्विट में मायावती ने आगे कहा कि इसके बावजूद भी जनता के  जले पर नमक छिड़कने के लिए केंद्र व राज्य सरकारें यूपी में अमेरिका जैसी सड़क बनाने जैसा हसीन सपना दिखाने में नहीं हिचक रही। साथ ही, गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी व पिछड़ेपन आदि से त्रस्त व विकास की भूखी जनता चुप है कि आगे क्या होगा?