नये संसद भवन का विशेष सत्र महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी जैसे जनहित के मुद्दों को हो समर्पित: मायावती

जनहित के मुद्दे

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की नेता और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने संसद के विशेष सत्र से पहले रविवार को अहम टिप्पणी की है। मायावती ने नये संसद भवन में सोमवार से शुरु हो रहे विशेष सत्र में गरीबों और महंगाई जैसे जनहित के मुद्दों पर समर्पित होने की उम्मीद जतायी है। बसपा सुप्रीमो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्‍मदिन पर बधाई देते हुए कहा कि आज उनके 73वें जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं उनके लम्बे उम्र की कामना।

मायावती ने आज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सिलसिलेवार पोस्‍ट कर कहा कि नए संसद परिसर में आज ध्वजारोहण तथा कल से वहां शुरु हो रहे विशेष सत्र की सभी सांसदों को हार्दिक बधाई। नया संसद भवन लोकतंत्र की मजबूती व परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के मानवतावदी संविधान के उद्देश्यों को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा, ऐसी आशा।

बसपा सुप्रीमो ने एक अन्‍य पोस्‍ट में कहा कि वैसे कमरतोड़ महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, लाचारी आदि के अभिशप्त जीवन से मुक्ति तथा आन्तरिक व बाहरी सुरक्षा जैसे देश व जनहित के ज्वलन्त मुद्दों पर नई संसद का सत्र अगर समर्पित होता है तो लोगों में उम्मीद की किरण जगेगी। कश्मीर में अफसरों/जवानों की शहादत को भी गंभीरता से लेना जरूरी।

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गौरतलब है कि सोमवार से शुरू हो रहे सत्र को बुलाये जाने के असामान्य समय ने सभी को हैरत में डाल है, हालांकि सत्र के लिए सूचीबद्ध एजेंडे का एक मुख्य विषय संविधान सभा से शुरू हुई संसद की 75 वर्ष की यात्रा पर एक विशेष चर्चा है। सरकार ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त और अन्य निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के प्रावधानों वाले विधेयक को भी सत्र में चर्चा एवं पारित कराने के लिए सूचीबद्ध किया है। ये विधेयक पिछले मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में पेश किया गया था।

सरकार को संसद में कुछ नए कानून या अन्य विषय पेश करने का विशेषाधिकार प्राप्त है जो जरूरी नहीं है कि सूचीबद्ध एजेंडे का हिस्सा हो। किसी संभावित नए कानून पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन लोकसभा और राज्य विधानसभाओं जैसी निर्वाचित विधायिकाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण सुनिश्चित करने वाले विधेयक के बारे में चर्चा चल रही है।

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