मायावती ने पूर्व सांसद मुनकाद अली को प्रदेश अध्‍यक्ष पद से हटाया, भीम राजभर को सौंपी जिम्‍मेदारी

मुनकाद अली

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सात सीटों पर हुए उपचुनाव में करारी हार व एक भी सीट हासिल नहीं कर पाने  वाली बहुजन समाज पार्टी ने 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू दी हैं। बसपा ने रविवार को बड़ा फैसला लेते हुए पूर्व सांसद मुनकाद अली को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया है। अब उनकी जगह आजमगढ़ मंडल के जोनल कोआर्डिनेटर भीम राजभर को उत्तर प्रदेश का नया अध्यक्ष बना दिया है।

वहीं मायावती ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्‍यम से ट्वीट कर इसका ऐलान करते हुए कहा कि ‘यूपी में अति-पिछड़े वर्ग (ओबीसी) में राजभर समाज के पार्टी व मूवमेन्ट से जुड़े पुराने, कर्मठ एवं अनुशासित सिपाही भीम राजभर, निवासी जिला मऊ (आज़मगढ़ मण्डल) को बीएसपी उत्तर प्रदेश स्टेट यूनिट का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इनको हार्दिक बधाई व शुभकामनायें।’

मालूम हो कि बसपा प्रमुख ने बीते सिंतबर में पूर्व सांसद मुनकाद अली को उत्तराखंड प्रभारी के पद से मुक्त किया था। मुनकाद अली ने अलीगढ़ आगरा मंडल के सेक्टर से बदलकर अब पूर्वांचल के चार मंडलों की जिम्मेदारी अपने को मिलने की बात मानी है। सूत्रों के मुताबिक आगरा अलीगढ़ मंडल के सेक्टर पर नौशाद अली को मुनकाद अली की जगह लगाया गया हैं, वह गोरेलाल जाटव के साथ संगठन का काम रहे हैं।

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वहीं सितंबर 2019 में बनाए गए प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली के बसपा छोड़ने की चर्चा पार्टी में चल रही है। यूपी में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान बसपा की मुस्लिम विधायकों के द्वारा किए गए बगावत को न रोक पाने बड़ी वजह मानी जा रही है। मुनकाद अली लगातार पार्टी में मुस्लिम को जोड़ पाने में असफल दिखाए दे रहें। सूत्रों के मुताबिक मुनकाद अली बसपा पार्टी छोड़कर भीम आर्मी या सपा जॉइन कर सकते हैं।

बसपा के अभयनाथ ने छोड़ी पार्टी

इसी बीच देवरिया में बसपा को झटका भी लगा है। यहां उपचुनाव में उम्मीदवार रहे अभयनाथ त्रिपाठी ने बसपा से त्यागपत्र दे दिया है और पार्टी के कई नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अभयनाथ त्रिपाठी ने कहा कि, उन्होंने पार्टी की गलत नीतियों के चलते इस्तीफा दिया है। उन्होंने पार्टी के कोआर्डिनेटरों पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया। कहा कि बसपा अपने मूल उद्देश्यों से भटक गई है। अब केवल परिवारवाद व निजी स्वार्थ पर काम कर रही है। जनता भविष्य में इसका जवाब देगी। उन्होंने कहा कि मैं जनता की सेवा करने के लिए राजनीति में आया हूं और आगे भी करता रहूंगा।

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