मायावती ने अपने रिश्तेदारों को मतलबी तो बामसेफ व DS4 जैसे संगठनों को बताया कागजी, समर्थकों से कहा, दलित-उपेक्षित में भी स्वार्थियों की कमी नहीं, सावधान रहें

बैलेट पेपर से चुनाव

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। एसी बंगले से नहीं निकलने तो कभी चुनाव में टिकट बेचने और कभी सही समय पर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज नहीं उठाने और परिवारवाद का आरोप लगाने वाले विरोधियों को आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने जवाब दिया है। मायावती ने सोशल मीडिया के जरिए न सिर्फ उनपर ऊंगली उठाने वालों पर हमला बोला है, बल्कि अपने वोटरों को भी उनसे सावधान रहने को कहा है। इतना ही नहीं मायावती ने आज जहां बिना नाम लिए अपने ही रिश्‍तेदारों को मतलबी बताया। वहीं बामसेफ व डीएस फोर जैसे संगठनों को कागजी करार दिया है।

आज ताबड़तोड़ तीन ट्विट करते हुए बसपा सुप्रीमो ने अपने अंदाज में विरोधियों को निशाने पर लिया। मायावती ने ट्विट करते हुए कहा है कि दलित व उपेक्षितों में भी स्वार्थी लोगों की कमी नहीं है, जिसमें मेरे कुछ रिश्तेदार भी हैं व एक ऐसा है जो मेरी गैरहाजिरी में मेरे दिल्ली निवास पर सीबीआइ के छापे के बाद परिवार सहित चला गया, तबसे ही छोटा भाई आनंद सरकारी नौकरी छोड़ परिवार के साथ मेरी सेवा करने व बसपा के काम में लगा है।

यह भी पढ़ें- मायावती को लगा झटका, पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक रामवीर उपाध्‍याय ने बसपा से दिया इस्‍तीफा, बोले, कांशीराम के सिद्धांतों से भटक गई BSP

अपने दूसरे ट्विट में मायावती ने बिना किसी का नाम लिए आगे कहा, “जबकि इन स्वार्थी किस्म के लोगों ने खासकर बामसेफ व डीएस फोर आदि के नाम पर अनेक प्रकार के कागजी संगठन बनाए हैं, जो सामाजिक चेतना पैदा करने की आड़ में अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे हैं और अब यही कार्य बीएसपी में कुछ निष्क्रिय हुए लोग भी दूसरे तरीके से कर रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण।

वहीं अपने अंतिम ट्विट में यूपी की पूर्व सीएम ने कहा कि इस प्रकार से बीएसपी को कमजोर करने के लिए जातिवादी शक्तियां यहां पर्दे के पीछे से यह सब षडयंत्र करती रहती हैं। साथ ही, उनसे कागजी पार्टियां बनवाकर चुनाव में दलित व शोषितों का वोट बांटने की घातक कोशिश करती हैं। ऐसे में पार्टी व मूवमेंट हित में इन सभी से सावधान रहने की अपील।