आरयू वेब टीम। विपक्षी इंडिया गठबंधन को एक और झटका लगा है। अब नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने इससे दूरी बना ली है। फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर अकेले लड़ेगी, साथ ही उन्होंने संकेत दिया कि वह भविष्य में भाजपा-एनडीए में शामिल हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि दोनों राज्यों में चुनाव संसदीय चुनावों के साथ होंगे। जहां तक सीट बंटवारे का सवाल है तो एनसी अकेले चुनाव लड़ेगी और इसमें कोई संदेह नहीं है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस अन्य राजनीतिक दलों के साथ गठबंधन किए बिना अपनी योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने एनडीए में लौटने की संभावना से इनकार नहीं किया।
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दरअसल जब अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में थे तब नेशनल कॉन्फ्रेंस एनडीए का हिस्सा थी। वहीं, फारूक अब्दुल्ला के बयान पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि बातचीत चल रही है। हर पार्टी की अपनी सीमाएं होती हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी इंडिया ब्लॉक का हिस्सा रहे हैं और आगे भी बने रहेंगे।