आरयू वेब टीम। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज ग्वालियर में जन आक्रोश रैली को संबोधित करने पहुंची। प्रियंका ने अपने संबोधन की शुरूआत वहां की क्षेत्रिय भाषा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि सब भइया-बहनों को हमाई राम-राम, मोए आज ग्वालियर-चंबल में आकर बड़ी खुशी भई। मैं पहले भी पीतांबरा दर्शन के लिए आई हती, मोई दादी इंदिरा जी आपके क्षेत्र में आई हतीं, उन्ने मोए रानी लक्ष्मीबाई की कहानी खूब सुनाई हती। मोए बचपन में तुमाए क्षेत्र की वीरता और साहस की कहानी पतो हैं। ये क्षेत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माना जाता है। उसी गढ़ में गरजते हुए प्रियंका ने सिर्फ ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कटाक्ष किया बल्कि मणिपुर के बहाने भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा।
प्रियंका गांधी ने सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी विचारधारा अचानक ही बदल गई। वहीं प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले दो महीने से मणिपुर जल रहा। घरों में आग लगाई जा रही है। महिलाओं के साथ भयावह अत्याचार हो रहा है, लेकिन पीएम मोदी ने 77 दिनों तक इस बारे में एक शब्द भी नहीं बोला। महिलाओं के साथ हो रही अमानवीय घटनाओं का वीडियो सामने आने के बाद पीएम मोदी ने मजबूरी में एक वाक्य बोला और उसमें भी उन्होंने राजनीति घोल दी।
मुद्दों की बात करने आई हूं
साथ ही कहा कि मैं यहां आपका ध्यान भटकाने नहीं आई हूं। मैं मुद्दों की बात करने आई हूं। आज सबसे बड़ा मुद्दा महंगाई है। प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में कहा है कि देश में आज महंगाई अपने चरम पर है। यह एक बड़ा मुद्दा है। महंगाई से देश की कमर टूट गई है। जरूरत की हर चीज महंगी हो गई है। रसोई के सामान से लेकर गैस सिलेंडर तक सब कुछ महंगा हो चुका है। मैं चाहती हूं कि जब कोई नेता कहीं जाए तो बताए आज इतनी महंगाई क्यों है, इतनी बेरोजगारी क्यों है?
भौकाल राजनीति में छूटे जनता के मुद्दे, मैं भी चाहूं तो 30 मिनट के भाषण…
इस दौरान कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि देश में रोजगार के अवसर बंद किए जा रहे हैं। अग्निवीर ट्रेनिंग से लोग भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरोपों से अलग राजनीतिक नहीं हो सकती। नेताओं में दूसरों की बुराई करने का चलन है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भौकाल राजनीति में जनता के मुद्दे पीछे छूट गए हैं। मैं भी चाहूं तो 30 मिनट के भाषण में दस मिनट मोदी जी की आलोचना कर सकती हूं, दस मिनट शिवराज जी के घोटालों पर बात कर सकती हूं और दस मिनट सिंधिया जी की विचारधारा पलटने पर बोल सकती हूं। लेकिन मैं मुद्दों की बात करने आई हूं।
अग्निवीर में युवा वापस लौट रहे
मोदी सरकार पर हमला जारी रखते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि इस देश के युवाओं को रोजगार पीएसयूएस, बड़ी सरकारी कंपनियों, खेती, छोटे व्यापार और सेना से मिलता था। मोदी सरकार ने बड़ी कंपनियां तो अपने मित्रों को सौंप दी और सेना की भर्ती में अग्निवीर ले आए। अग्निवीर योजना में तो युवा ट्रेनिंग से ही वापस लौट रहे हैं। युवाओं का कहना है कि जब चार साल बाद बेरोजगार ही हो जाना है, ऐसे में यह कड़ी ट्रेनिंग किस काम की?
चुनाव से पहले ये कर रहे लुभावने वादे
वहीं मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शर्म की बात है मध्य प्रदेश में पिछले तीन साल में सिर्फ 21 सरकारी नौकरियां दी गई हैं। मध्य प्रदेश में 18 साल से भाजपा की सरकार है और ये हालात है। अब चुनाव से पहले ये जनता से लुभावने वादे कर रहे हैं। इसका क्या फायदा, जब आपने 18 साल में कुछ किया ही नहीं।
पैसों से खरीदी सरकार
सरकार की जो नींव होती है, उसी तरह की नीयत होती है। जिस तरह से मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिराकर भाजपा की सरकार बनाई गई थी, वह नींव ही गलत थी। ये पैसों से खरीदी हुई सरकार है, तो इसकी नीयत खराब है। इसलिए इनका ध्यान सिर्फ लूट और घोटालों पर रहा है।