अटल टनल से सोनिया गांधी के शिलान्‍यास का पत्‍थर गायब होने पर कांग्रेस नेताओं ने दर्ज कराया मुकदमा, आंदोलन की चेतावनी भी दी

अटल टनल

आरयू वेब टीम। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गयी अटल रोहतांग टनल को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। दस हजार फीट की ऊंचाई पर बनी दुनिया की सबसे लंबी अटल टनल से जुड़े मामले को लेकर कांग्रेस के नेताओं ने मुकदमा दर्ज कराया है। कांग्रेस का आरोप है कि साल 2010 में सोनिया गांधी ने इस टनल का शिलान्‍यास किया था, लेकिन टनल से उनका शिलापट्ट ही गायब कर दिया गया है।

जिला लाहौल-स्पीति कांग्रेस के अध्यक्ष ज्ञालछन ठाकुर और मनाली में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हरि चंद शर्मा ने 28 जून 2010 को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से रोहतांग टनल के नाम से किए शिलान्यास की पट्टिका गायब किए जाने का गंभीर आरोप लगाते हुए  केलांग और मनाली थाना में एफआइर दर्ज कराई है।

कांग्रेस के नेताओं ने पुलिस को बताया है कि तीन अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अटल टनल रोहतांग का उद्घाटन किए जाने के बाद से ही 28 जून 2010 में तत्कालीन यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा धुंधी में शिलान्यास की गई पट्टिका गायब है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी द्वारा इस रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण परियोजना पर काम शुरू करने के लिए सुरंग के बारे में सबूतों को मिटाने का जान-बूझकर और नियोजित प्रयास है, जिसे अब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है।

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पुलिस में दो एफआइआर दर्ज होने के कुछ ही घंटों बाद, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को एक पत्र भी लिखा, जिसमें शिलान्यास के अवैध कार्य के लिए कुल्लू में सरकार और जिला अधिकारियों के खिलाफ एक बड़े आंदोलन की धमकी दी गई है। उन्होंने बताया कि सुरंग के शिलान्यास की पट्टिका सोनिया गांधी द्वारा तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और केंद्रीय इस्पात मंत्री वीरभद्र सिंह की उपस्थिति में रखी गई।

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उल्‍लेखनीय है कि बीते तीन अक्‍टूबर को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बड़ी सुरंग का उद्घाटन किया था। इस दौरान उन्‍होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना उस पर कई हमले किए थे। हिमाचल प्रदेश में रोहतांग दर्रे के नीचे यह रणनीतिक सुरंग बनाने का निर्णय तीन जून 2000 को लिया गया था, तब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2019 में पूर्व प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए योगदान का सम्मान करने के लिए रोहतांग सुरंग का नाम अटल सुरंग के रूप में तय किया।