आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। एलडीए अफसरों और इंजीनियरों के लाखा दावों के बाद भी गोमतीनगर की स्थिति सुधरती नजर नहीं आ रही है। घरों में खुलेे शो रूम, बैंक, रेस्टूरेंट और मॉडल शॉप की वजह से जहां लोगों का जीना दूभर हो गया है। वहीं आज कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) और अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा व पूर्व में एलडीए उपाध्यक्ष का पद संभाल चुके डॉ. प्रभात कुमार ने घरों में चल रहे बैंक, शो रूम, रेस्टूरेंट व मॉडल शॉप पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए एलडीए से पूछा है कि घरों में व्यवसायिक गतिविधियों कैसे चल रही है।
खुद किया मुआयना, इंजीनियर को दिए निर्देश
भ्रष्टाचार करने वालों के लिए बेहद सख्त और काम के प्रति बेहद ईमानदार अफसरों में गिने जाने वाले प्रभात कुमार ने आज दोपहर खुद ही मिठाईवाला चौराहे से लेकर मनोज पाण्डेय चौराहे की ओर जाने वाली सड़क का कुछ दूर तक मुआयना किया।
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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मिठाईवाला चौराहे पर स्थित विवेक खण्ड के प्लॉट संख्या छह पर बने कांप्लेक्स में मॉडल शॉप, बगल के आवासीय प्लॉटों पर अवैध रूप से खुले बैंक, रेस्टूरेंट, ज्वेलरी समेत अन्य प्रतिष्ठानों को देख प्रभात कुमार ने मौके पर मौजूद एलडीए के जेई ज्ञानेश्वर सिंह से सख्त लहजे में पूछा कि मकानों में इस तरह की गतिविधि कैसे चल रही है। इंजीनियर ने हाल ही में एरिया का चार्ज संभालने की बात कहते हुए कार्रवाई की बारे में जानकारी नहीं होने की बात कही। जिसपर प्रभात कुमार ने जल्द ही गलत तरह से भवनों का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।
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साथ ही सड़क पर बिजली का ट्रांसफार्मर, खंभे और अवैध कब्जे देख उन्हें भी हटवाने का निर्देश दिया। जिससे कि अकसर ही जाम रहने वाले मिठाईवाला चौराहे से गुजरते वक्त लोगों को ट्रैफिक का सामना न करना पड़े।
खुद भी विवेक खण्ड में रह रहे प्रभात कुमार
बताते चलें कि कुछ दिनों से प्रभात कुमार विवेक खण्ड स्थित यूपी सहकारी चीनी मिल्स संघ के अधिकारी आवास में रह रहे हैं। हालांकि उनकी योग्यता और सूबे में मुख्य सचिव के बाद दूसरे नंबर की हैसियत वाले कद को देखते हुए हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा खाली किए गए बंगलों में से किसी एक को उन्हें आवंटित करने की तैयारी चल रही है।
APC को जवाबदेही के लिए पहुंचा JE
सुनने में ये आपको अजीब जरूर लग रहा होगा, लेकिन शुक्रवार को हुआ यही। एपीसी प्रभात कुमार गोमतीनगर के विवेक खण्ड में फैली अराजकता पर गंभीर थे, लेकिन उन्हें ठोस जवाब देने के लिए एलडीए की ओर से कोई वरिष्ठ अधिकारी या सीनियर इंजीनियर नहीं पहुंचा था। जेई ज्ञानेश्वर सिंह से प्रभात कुमार सवाल कर रहे थे, लेकिन उनके मुंह से भी जवाब नहीं निकल रहा था। वहीं इस पूरे मामले में एलडीए के इंजीनियर और अधिकारी जवाब देने से बच रहे हैं। जबकि देर शाम तक सीएम की मीटिंग में प्रभात कुमार के होने के चलते उनसे बात नहीं हो सकी।
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निरीक्षण के बाद ही दिखने लगा असर
प्रभात कुमार के निरीक्षण के बाद ही विवेक खण्ड में सड़क को ठीक करने और सफाई का काम शुरू हो गया। कुछ ही देर में पुलिस की जीप भी विवेक खण्ड में खड़ी दिखाई दी। जबकि सड़क पर बेतरतीब कार पार्क करने वालों को नसीहत देने के लिए सिपाही भी गश्त करते देखे गए।
अब तक के सबसे सफल एलडीए उपाध्यक्ष माने जाते हैं प्रभात कुमार
एलडीए में अब तक न जाने कितने आइएएस अफसर आएं और गए, लेकिन प्रभात कुमार की गिनती अब तक के सबसे सफल उपाध्यक्ष के रूप में अब भी होती है। एलडीए के पुराने कर्मचारी जहां उन्हें आज भी इज्जत से याद करते हैं, वहीं गलत करने वालों के चेहरे पर उनके नाम से ही खौफ आ जाता है।
डेढ़ दशक बाद शुरू कराया गोमतीनगर फेज टू का काम
बताया जाता है कि 1983 में गोमतीनगर फेज टू की योजना शुरू करने की कोशिश हुई, लेकिन मनबढ़ किसानों के चलते 1997 तक कोई भी शुरू नहीं कर सका। 1998 में प्रभात कुमार के बतौर एलडीए उपाध्यक्ष की कुर्सी संभालने के बाद गोमतीनगर फेज टू शुरू कराया जा सका। वहीं तमाम योजनाएं लागू कर आय का जरिया बनाते हुए एलडीए को आर्थिक रूप से भी उन्होंने काफी मजबूत किया। इसके अलावा उन्होंने कर्मचारियों के हित में भी कई फैसले लेकर जहां उनका दिल जीता। वहीं गलत करने वाले मातहतों पर कड़ी कार्रवाई भी की।