आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बीते शनिवार की रात हजरतगंज जैसे अति संवेदनशील इलाके में पूर्व भाजपा विधायक जिप्पी तिवारी के इकलौते बेटे वैभव की गोली मारकर हत्या कर सनसनी फैलाने वाले दोनों आरोपित को आखिरकार आज लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर ही लिया। राजधानी पुलिस के लिए सिरदर्द बने हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह समेत सूरज शुक्ला को पुलिस ने दोपहर में उस समय धर दबोचा जब दोनों कोर्ट में आत्मसमर्पण करने जा रहे थे। पुलिस ने दोनों पर 20-20 हजार का ईनाम भी घोषित कर रखा था। विक्रम और सूरज की गिरफ्तारी के बाद राजधानी पुलिस ने राहत की सांस ली है।
एसएसपी दीपक कुमार ने मंगलवार की रात मीडिया के सामने दोनों को पेश करते हुए बताया कि पुलिस की चार टीमें लगातार गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी। इसके अलाव संदिग्धों के मोबाइल भी सर्विलांस पर थे। सूरज और विक्रम की स्थिति को समझते हुए पुलिस को अंदाजा था कि दोनों कोर्ट में आत्मसमर्पण के लिए जरूर पहुंचेंगे। जिसके चलते कल भी कोर्ट में पुलिस मौजूद थी। वहीं आज दोनों के पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
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एसएसपी ने कहा कि हत्या के पीछे फिलहाल दोनों आरोपित पैसे के लेन-देन का विवाद बता रहे हैं। रिमांड के दौरान दोनों से विस्तृत रूप से पूछताछ करने के साथ ही घटना में इस्तेमाल असलहे की बरामदगी के लिए भी प्रयास किया जाएगा।
गिरफ्तारी के बाद, तीन दिन की रिमांड मंजूर
एसएसपी ने बताया कि दोनों की गिरफ्तारी के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा अवधारित प्रक्रिया के अनुरूप तत्काल रिमांड के लिए भी अनुरोध किया गया था। जिसपर न्यायलय ने बुधवार से दोनों की तीन दिनों की रिमांड मंजूर कर ली है। गिरफ्तारी के फौरन बाद रिमांड मंजूर होने को एसएसपी ने यूपी पुलिस के लिए मील का पत्थर साबित होना बताया।
गिरफ्तारी की टीम में ये रहें शामिल-
इंस्पेक्टर हजरतगंज आनन्द कुमार शाही, इंस्पेक्टर हुसैनगंज राजकुमार सिंह, एसओ वजीरगंज पंकज सिंह, सर्विलांस सेल प्रभारी बलवंत शाही, क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विजय सेन सिंह, अरुण कुमार मिश्रा, एसआई उदय प्रताप सिंह व भूपेंद्र सिंह आदि।
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