आरयू ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी में सिंबल और नाम को लेकर चल रही रस्साकशी के बीच आज नरेश उत्तम पटेल ने भी दांव चल दिया। अखिलेश यादव गुट की ओर से प्रदेश अध्यक्ष घोषित किये गए नरेश उत्तम ने एक बार फिर शिवपाल सिंह यादव की पार्टी कार्यालय से नेम प्लेट हटवाने के बाद अपनी नेम प्लेट लगवा दी। नेम प्लेट लगवाने के बाद कुछ देर तक कार्यालय में बैठने के बाद नरेश मुलायम सिंह यादव से मिलने उनके घर पहुंचे।
कहा जा रहा था कि इस हरकत से नाराज नेताजी ने उन्हें तलब कर लिया है, हालाकि एमएसवाई से मिलकर लौटे नरेश उत्तम ने मीडिया से कहा कि वह सिर्फ नेताजी का आर्शीवाद लेने गए थे। मुलाकात को लेकर कोई दूसरा कयास नहीं लगाया जाना चाहिए।
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव चिन्ह को लेकर आयोग का जो भी फैसला होगा वह उन्हें मान्य होगा। नरेश के नेम प्लेट हटाने वाले फैसले को लेकर जानकारों का मानना है कि उन्होंने ऐसा अखिलेश यादव की ओर से सिग्नल मिलने के बाद किया है, हालांकि एक समय मुलायम सिंह यादव के करीबियों में शुमार नरेश के इस कदम को लोग काफी बड़ा मान रहे हैं।
बता दें कि अधिवेशन के बाद अखिलेश यादव गुट के लोगों ने सपा कार्यालय पर पहले कब्जा कर लिया था। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ नरेश उत्तम पटेल को प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर शिवपाल सिंह यादव के कमरे में बिठाया था, बल्कि शिवपाल की नेम प्लेट भी तोड़कर अपने नए प्रदेश अध्यक्ष की नेम प्लेट लगवा दी थी।
घटना के बाद अपने पुराने तेवर में मुलायम सिंह यादव कुछ दिन पहले भाई शिवपाल के साथ सपा कार्यालय पहुंचे और एक बार फिर शिवपाल यादव की नेम प्लेट स्थापित करवाई थी। इसके साथ ही उन्होंने कमरे में ताला भी बंद करा दिया था।