आरयू वेब टीम। 90वें वायु सेना दिवस के अवसर पर आइएएफ प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने शनिवार को घोषणा की कि भारतीय वायु सेना अगले साल से महिला अग्निशामकों को शामिल करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने भारतीय वायु सेना में अधिकारियों के लिए एक हथियार प्रणाली शाखा के निर्माण को मंजूरी दी है, जिससे उड़ान प्रशिक्षण में 3,400 करोड़ रुपए की बचत होगी।
भारतीय वायु सेना चंडीगढ़ में सुखना झील में अपनी स्थापना के 90 साल पूरे होने का जश्न मना रही है। यह पहली बार है कि दिल्ली-एनसीआर के बाहर वार्षिक परेड और फ्लाई पास्ट का आयोजन किया जा रहा है। चंडीगढ़ में इंडियन एयर फॉर डे समारोह के अवसर पर बोलते हुए, मार्शल चौधरी ने कहा, “हम अगले साल से महिला अग्निशामकों को शामिल करने की योजना बना रहे हैं। बुनियादी ढांचे का निर्माण प्रगति पर है।
साथ ही मार्शल चौधरी ने आगे कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर, यह घोषणा करते हुए मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि सरकार ने भारतीय वायु सेना में अधिकारियों के लिए एक हथियार प्रणाली शाखा के निर्माण को मंजूरी दे दी है। “आजादी के बाद यह पहली बार है कि एक नई परिचालन शाखा बनाई जा रही है। इस शाखा के निर्माण से उड़ान प्रशिक्षण पर कम खर्च के कारण 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी।”
इस साल जून में लाई गई अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में विवाद हुआ था। कई जगहों पर आगजनी भी देखने को मिली थी, हालांकि जब सरकार की तरफ से भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया, तो बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने अप्लाई किया।“अग्निपथ योजना के माध्यम से वायु योद्धाओं को भारतीय वायु सेना में शामिल करना हम सभी के लिए एक चुनौती है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हमारे लिए भारत के युवाओं की क्षमता का दोहन करने और इसे राष्ट्र की सेवा में लगाने का अवसर है।
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हमने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी परिचालन प्रशिक्षण पद्धति को बदल दिया है कि प्रत्येक अग्निवीर भारतीय वायुसेना में करियर शुरू करने के लिए सही कौशल और ज्ञान से लैस है। इस साल दिसंबर में, हम शुरुआती प्रशिक्षण के लिए 3,000 अग्निवीर वायु को शामिल करेंगे। आने वाले वर्षों में यह संख्या और बढ़ेगी”।
आइएएफ चीफ ने कहा, ‘हमने ये सुनिश्चित करने के लिए अपनी ऑपरेशनल ट्रेनिंग मेथेडलॉजी में बदलाव किया है, ताकि हर अग्निवीर भारतीय वायुसेना में करियर शुरू करने के लिए सही स्किल और नॉलेज से लैस हो। इस साल दिसंबर में हम प्रारंभिक ट्रेनिंग के लिए 3000 अग्निवीर वायु को शामिल करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘पर्याप्त स्टाफिंग सुनिश्चित करने के लिए आने वाले सालों में यह संख्या और बढ़ जाएगी। हम अगले साल से महिला अग्निवीरों को शामिल करने की भी योजना बना रहे हैं। बुनियादी ढांचे का निर्माण प्रगति पर है।