आरयू वेब टीम। दिल्ली इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा एलिवेटेड टैक्सी-वे और चौथे रनवे का उद्घाटन के बाद देश का एक मात्र ऐसा एयरपोर्ट बन गया है, जो चार रनवे की सुविधा से लैस है। साथ ही आइजीआइ अब एलिवेटेड टैक्सी-वे की सुविधा वाला देश का पहला एयरपोर्ट बन गया है। इसके शुरू होने से एलिवेटेड टैक्सी-वे से टर्मिनल तीन और टर्मिनल एक के बीच विमानों की आवाजाही में समय की बचत होगी।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को एयरपोर्ट के चौथे रनवे और एलिवेटेड टैक्सी-वे का उद्घाटन कर कहा कि आज का दिन देश के नागरिक उड्डयन क्षेत्र में ऐतिहासिक दिन है। सड़क पर गाड़ियां और ऊपर टैक्सीवे पर विमान का सपना हम सभी ने देखा था, यह पूरा हो गया। चौथा रनवे से वर्तमान विमान संचालन की क्षमता में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। अक्टूबर तक टर्मिनल एक का निर्माण पूरा हो जाएगा। बहुत ही जल्द फुटफॉल के मामले में दिल्ली एयरपोर्ट अमेरिका के अटलांटा एयरपोर्ट को पीछे छोड़ देगा।
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बताया जा रहा है कि आइजीआइ से रोजाना संचालित होने वाले 2000 विमानों में से करीब 300 विमानों द्वारा टैक्सी-वे का इस्तेमाल किया जाएगा। अब चौथे रनवे के शुरू होने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले करीब दो सालों में विमानों का संचालन बढ़कर 3500 तक पहुंच जाएगा। इन नए रनवे से इतनी बड़ी तादाद में विमानों के संचालन में सहूलियत मिलेगी।
…टैक्सी-वे की लंबाई
चौथे रनवे और एलिवेटेड टैक्सी-वे के निर्माण में 9700 मीट्रिक टन फ्लाई ऐश का इस्तेमाल किया गया है, जो इसे पर्यावरण अनूकूल बनाता है। एलिवेटेड टैक्सी-वे की लंबाई करीब 2.1 किलोमीटर है। यह एयरपोर्ट के उत्तरी और दक्षिणी हिस्से को पूर्वी हिस्से में जोड़ता है। वहीं, चौथा रनवे करीब 4.5 किलोमीटर लंबा है। आइजीआइ एयरपोर्ट अभी दुनिया का शीर्ष दस व्यस्त एयरपोर्ट में शामिल है।