आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अपनी संवेदनशीलता व तत्परता के लिए चर्चित लखनऊ की कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब गुरुवार को लखीमपुर खीरी के बाढ़ ग्रस्त गांवों का मोटरबोट से दौरा किया। चार पहिया वाहनों के बाढ़ ग्रस्त व कच्चों रास्तों पर फंसने पर कमिश्नर ने इस दौरान ट्रैक्टर की सवारी करने में भी गुरेज नहीं किया और कई गांवों में ट्रैक्टर से भी पहुंची। इस दौरान बाढ़ में फंसे ग्रामीणों ने अपने बीच कमिश्नर को देख उम्मीद भरी राहत की सांस ली। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि मैं लखनऊ की कमिश्नर यहां अपका हाल-चाल जानने आईं हूं।
बताया जा रहा है कि आज सुबह रोशन जैकब ने डीएम व सीडीओ साथ मीलपुरवा से एनडीआरएफ के मोटरबोट पर सवार होकर डेढ़ घंटे जलमग्न ग्राम जगन्नाथपुरवा व उसके मजरो का भ्रमण कर प्रभावित ग्राम वासियों से उनका दुख-दर्द जाना व हर संभव मदद के लिए आश्वस्त किया।
उन्होंने कहा कि… मैं लखनऊ की कमिश्नर आपका हाल-चाल जानने आई हूं। भोजन सहित राहत सामग्री मिलने के सवाल पर ग्रामीणो ने हामी भरी। वही बिजली ना आने की बात कही। कमिश्नर ने विद्युत विभाग के आलाअफसरों से कारण जाना। लोकल फाल्ट की बात प्रकाश में आने पर निर्देश दिए कि आजशाम तक अनिवार्य रूप से विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
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मोटर बोट में एनडीआरएफ टीम कमांडर उप निरीक्षक अजय सिंह, सहायक उपनिरीक्षक रंजन जयसवाल ने दो मोटर बोट के जरिए आयुक्त समेत अफसरों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों का भ्रमण कराया।
वहीं इससे पहले कमिश्नर ने खीरी जिले के अफसरों से बाढ़ प्रभावित तहसीलों व उनमें प्रभावित व्यक्तियों को दी जाने वाली राहत सामग्री की समीक्षा कर तहसील सदर, ब्लॉक फूलबेहड़ के बाढ़ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण गांववालों को मिलने वाली सुविधाओं को जांचा। उनके साथ खीरी के डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, सीडीओ अनिल कुमार सिंह भी मौजूद रहें।
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इसके अलावा कमिश्नर ने डीएम व सीडीओ के साथ ट्रैक्टर ट्राली पर सवार होकर करीब दो घंटे तक मंगलीपुरवा, गूम, जंगल नंबर 11, करदहिया सहित गांव के कई मजरों भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने इस्लाम अली, सैफून निशा, भगवानदास व रामासरे सहित कई प्रभावितों से बातचीत कर भोजन एवं अन्य राहत सामग्री की पुष्टि की। उन्होंने अफसरों से बाढ़ग्रस्त इलाकों (नदी कटान क्षेत्र) पानी उतरने के बाद सर्वे कराकर बेघर हुए परिवारों को पुनर्वासित करने के लिए आवासीय पट्टा व सीएम आवास प्रदान करने की कार्ययोजना बनाने के स्पष्ट निर्देश दिए। एसडीएम को निर्देश दिए कि प्रभावित गांवों के पांच-छह लोगों से हर दिन संपर्क करें। प्रत्येक प्रभावित परिवार तक भोजन व उनकी जरूरत के अनुसार दवा भी पहुंचाए।
वहीं निरीक्षण के रोशन जैकब ने मीडिया को बताया कि बातचीत करने पर सभी प्रभावितों लोगों ने भोजन मिलने की पुष्टि की है। मेडिकल टीमों को निर्देश दिया है कि वह भोजन वितरण के दौरान लोगों को जरूरी दवाएं उपलब्ध कराएं। बेघरों के लिए भी प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए है।
इस दौरान एसडीएम सदर श्रद्धा सिंह, तहसीलदार सुशील प्रताप सिंह, बीडीओ पीयूष सिंह, प्रधान करदहिया मानपुर प्रीतम यादव, प्रधान पिपरागूम प्रशांत तिवारी, प्रधान जंगल नंबर-11 तेजलाल निषाद, प्रधान लोकिहा सुमित तिवारी भी मौजूद रहे।