यूपी के 16 शहरों में मिलें COVID-19 के 111 नए संक्रमित, एक ही दिन में कानपुर समे‍त तीन जनपदों में संख्‍या पहुंची सौ के पार, जानें अन्‍य जिलों का हाल

कोरोना मरीज 86 लाख
प्रतीकात्मक फोटो।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। महीने भर से लागू लॉकडाउन के बावजूद उत्‍तर प्रदेश में कोविड-19 (कोरोना वायरस) का कहर फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर यूपी में कोरोना के 111 नए संक्रमित मिलें हैं। आज रिपोर्ट आने के बाद इन संक्रमितों की पुष्टि यूपी के आगरा व वाराणसी समेत 16 अलग-अलग शहरों में हुई है।

साथ ही आज बड़ी संख्‍या में नए संक्रमितों के मिलने के चलते कानपुर समेत यूपी के तीन और जिलों में इनकी संख्‍या सौ के पार पहुंच गयी है। आज से पहले इनकी संख्‍या आगरा (336), लखनऊ (174) व नोएडा में सौ (103) के पार थी, अब यूपी के कुल छह अलग-अलग जिलों में कोविड-19 के संक्रमित सौ के पार पहुंच गए हैं।

आज के आंकड़ों के अनुसार 29 नए मामले मिलने के चलते कानपुर में अब इनकी संख्‍या 125, सहारनपुर में 25 मरीजों के पॉजिटिव मिलने पर कुल संख्‍या 123, जबकि सात नए पॉजिटिव मिलने पर मुरादाबाद में भी सौ का आंकड़ा पार करते हुए कोरोना संक्रमितों की संख्‍या 104 तक जा पहुंची है।

यह भी पढ़ें- कोरोना दौर में पत्रकारों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना लाए केंद्र सरकार: प्रताप सारंगी

दूसरी ओर शुक्रवार को उत्‍तर प्रदेश स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की ओर से यूपी के 57वें जिलें में भी कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि कर दी गयी है। आज की गयी पुष्टि के अनुसार राजधानी लखनऊ के पड़ोसी जिले अयोध्‍या में पहली बार कोरोना वायरस पाया गया है। वहीं इससे पहले गुरुवार को कोरोना वायरस ने बहराइच, श्रावस्‍ती व बलरामपुर में दस्‍तक दी थी।

इन जिलों में मिलें कोरोना के 111 नए संक्रमित

शुक्रवार रात यूपी स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की ओर से दी गयी जानकारी के अनुसार आज कानपुर में सबसे ज्‍यादा 29 नए संक्रमित मिलें हैं। इसके अलावा सहारनपुर में 25, आगरा में दस, नोएडा व फिरोजाबाद में नौ-नौ, वाराणसी व मुरादाबाद में सात-सात, बुलंदशहर में पांच, बस्‍ती में तीन, शामली, मेरठ, आजमगढ़, मथुरा, कन्‍नौज, मैनपुरी व अयोध्‍या में एक-एक नए पॉजिटिव मिलें हैं।

मेरठ में फिर गयी जान, अब तक 25 की मौत

शुक्रवार को कोरोना के चलते मेरठ में एक संक्रमित कि मौत होने की पुष्टि स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने की है। इसके साथ ही अब यूपी में कोरोना के चलते जान गंवाने वालों का आंकड़ा 24 से बढ़कर 25 हो गया है। आज से पहले के आंकड़े के अनुसार आगरा में सबसे ज्‍यदा सात, मुरादाबाद में पांच, कानपुर-मेरठ में तीन-तीन व लखनऊ, वाराणसी, अलीगढ़, फिरोजाबाद, बुलंदशहर और बस्‍ती में कोरोना ने एक-एक संक्रमित की जान ली थी। आज एक की मौत होने के साथ ही अब तक मेरठ में कोरोना से चार लोगों की जान जा चुकी है।

11 शहर हो चुकें हैं कोरोना से आजाद

कोरोना वायरस भले ही यूपी के जिलों को अपनी चपेट में ले रहा हो, लेकिन जनता, सरकार व अधिकारियों की साझा मेहनत के चलते यूपी के जिले इससे आजाद भी हो रहें हैं। अब तक यूपी के कुल 11 जनपदों ने कोरोना को मात देते हुए खुद को इस महामारी से आजाद कराया है। फिलहाल पीलीभीत, हाथरस, महाराजगंज, लखीमपुर खीरी, बरेली, प्रयागराज, बाराबंकी, शाहजहांपुर, प्रतापगढ़, हरदोई और कौशांबी में कोरोना के एक भी सक्रिय मामले नहीं बचें हैं। वहीं इससे पहले बरेली, प्रतापगढ़ व महाराजगंज में छह-छह, लखीमपुर खीरी व हाथरस में चार-चार, पीलीभीत, हरदोई व कौशांबी में दो-दो जबकि बाराबंकी, शाहजहांपुर व प्रयागराज में मात्र एक-एक कोरोना संक्रमित थे। इन 11 जिलों के कुल 34 संक्रमितों के पूरी तरह से ठीक हो जाने के बाद बुधवार को ही इन्‍हें कोरोना मुक्‍त घोषित किया जा चुका है।

अब तक निम्‍न 57 जिलों में मिल चुके हैं कोरोना के कुल 1621 संक्रमित-

आज कोरोना के 111 नए संक्रमितों के मिलने के साथ ही अब तक अकेले यूपी में कोरोना के कुल 1621 संक्रमित पाए जा चुकें हैं, जिनमें से सबसे ज्‍यादा आगरा के 346 पॉजिटिव शामिल हैं।

इसके अलावा लखनऊ में 174,

कानपुर नगर में 125,

सहारनपुर में 123,

नोएडा में 112,

मुरादाबाद में 104,

मेरठ में 86,

फिरोजाबाद में 75,

गाजियाबाद में 52,

रायबरेली में 43,

बिजनौर में 29,

बुलंदशहर व शामली में 27-27,

वाराणसी में 26,

बस्‍ती व अमरोहा में 23-23,

हापुड़ में 18,

सीतापुर में 17,

रामपुर में 16,

बागपत में 15,

बदायूं में 13,

मुजफ्फरनगर में 12,

औरैया में दस,

मथुरा, आजमगढ़, बहराइच, अलीगढ़ व संभल में आठ-आठ,

कन्‍नौज में सात,

बरेली, गाजीपुर, प्रतापगढ़ व महाराजगंज में छह-छह,

मैनपुरी व जौनपुर में पांच-पांच,

लखीमपुर खीरी व हाथरस में चार-चार,

श्रावस्‍ती, बांदा, मिर्जापुर, कासगंज व एटा में तीन-तीन,

संतकबीरनगर, पीलीभीत, हरदोई, कौशांबी, इटावा व सुल्‍तानपुर में दो-दो,

अयोध्‍या, बलरामपुर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, प्रयागराज, भदोही, उन्‍नाव, गोंडा व मऊ में एक-एक पॉजिटिव की पुष्टि हो चुकी है।

इन संक्रमितों में कुल 226 पूरी तरह से ठीक होने के बाद अस्‍पतालों से छुट्टी पा चुके हैं, जबकि 25 की मौत हो चुकी है। शुक्रवार शाम तक यूपी में कोरोना के कुल 1370 सक्रिय मामले थे।

हर जिले में कोविड तथा नॉन-कोविड अस्पताल होंगे चिन्हित: अवनीश अवस्थी

वहीं आज लोकभवन में आयोजित प्रेसवार्ता में अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने मीडिया को कोरोना से निपटने के लिए योगी सरकार द्वारा बनायी गयी रणनीति के बारे में बताया। अपर मुख्‍य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि यूपी के हर जिले में कोविड तथा नॉन-कोविड अस्पताल चिन्हित कर सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना के मरीज सिर्फ केवल कोविड अस्पताल में ही भर्ती हो। इसी प्रकार अन्य रोगों के उपचार के लिए मरीज को नॉन-कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाए।

शुरू हो इमरजेंंसी सेवाएं

अवनीश अवस्‍थी ने बताया कि कोरोना के खतरे से मेडिकल स्‍टाफ को  ट्रेनिंग दी जाए और अस्‍पतालों में संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए इमरजेन्सी सेवाएं भी शुरू की जाएं। जिससे लोगों को अन्य गंभीर रोगों के त्वरित उपचार की सुविधा मिल सके। एल-3 कोविड चिकित्सालयों में हर बेड पर वेंटिलेटर अवश्य हो।

पीपीई, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर…

उन्‍होंने आगे कहा कि मेडिकल इंफेक्‍शन को हर हाल में रोका जाना आवश्यक है। अस्पतालों में पीपीई, एन-95 मास्क, सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता समेत अन्‍य सुरक्षा प्रबन्धों को लागू करने के निर्देश दिये हैं।

मुख्‍यमंत्री ने दिये पूल टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश 

वहीं मुख्‍यमंत्री ने पूल टेस्टिंग को बढ़ाने तथा एल-1, एल-2 तथा एल-3 चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या में वृद्धि के निर्देश भी दिये हैं। एल-2 अस्‍पताल में हर बेड पर ऑक्‍सीजन तथा हर दस बेड पर एक वेंटिलेटर उपलब्ध रहना चाहिए। इसके अलावा एल-1 चिकित्सालय में प्रत्येक पांच बेड पर एक ऑक्‍सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।

कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए…

इसके अलावा सीएम की ओर से आज यह भी निर्देश दिए गये हैं कि जनपद स्तर पर प्रशासन, पुलिस तथा मेडिकल टीम आपसी समन्वय स्थापित करते हुए काम करें। कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए टीम भावना के साथ काम करना बेहद जरूरी है।

यह भी पढ़ें- छात्रों के बाद अब अन्‍य राज्‍यों में फंसे मजदूरों को वापस लाएगी योगी सरकार, जानें क्‍या होगी प्रक्रिया