छात्रों के बाद अब अन्‍य राज्‍यों में फंसे मजदूरों को वापस लाएगी योगी सरकार, जानें क्‍या होगी प्रक्रिया

स्क्रीनिंग व टेस्टिंग
अधिकारियों के साथ बैठक करते मुख्यमंत्री।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने राजस्‍थान के कोटा में फंसे छात्रों को वापस लाने के बाद अब दूसरे राज्‍यों में फंसे अपने मजदूरों को भी वापस लाने का फैसला लिया है। मुख्‍यमंत्री ने शुक्रवार को कहा है कि दूसरे राज्‍यों में फंसे श्रमिकों व मजदूरों को चरणबद्घ तरीके से वापस लाया जाएगा। योगी ने इस संबंध में अधिकारियों को योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने आज लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास पर अफसरों के साथ लॉकडाउन पर समीक्षा बैठक कर कहा कि ऐसे लोगों की सूची तैयार की जाए जिसमें संबंधित राज्य में रह रहे मजदूरों का विवरण दर्ज हो। ऐसे लोगों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग कर यूपी लाया जाएगा। इन्‍हें प्रदेश की सीमा तक संबंधित राज्य सरकार द्वारा लाए जाने के बाद बस द्वारा श्रमिकों को उनके जिले में भेज दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ये लोग जिन जिलों में जाएंगे वहां उन्हें 14 दिनों तक क्वारेंटाइन करने के लिए पूरी व्यवस्था की जाए।

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सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले के शेल्‍टर होम/आश्रय स्‍थल को खाली कर सैनेटाइज किया जाए। शेल्‍टर होम पर कम्‍यूनिटी किचन के सुचारू संचालन के लिए सभी प्रबंध सुनिश्‍चित किए जाएं, ताकि इन लोगों के लिए ताजे व भरपेट भोजन की व्‍यवस्‍था हो सके। तथा 14 दिन क्वारेंटाइन पूरा करने के बाद इन लोगों को राशन की किट व एक हजार रुपये के भरण-पोषण भत्ते के साथ उनके घर भेज दिया जाए।

मुख्‍यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश में कोई भूखा न रहे इसके लिए कम्‍यूनिटी किचन के संचालन के साथ-साथ जरूरतमंदों को खाद्यान वितरित किया जाए। कम्‍यूनिटी किचन की सराहना करते हुए इस व्‍यवस्‍था को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए हैं।

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