आरयू वेब टीम। झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग पर सवाल उठाए हैं। जेएमएम नेता मनोज पांडे का दावा चुनाव की घोषणा आज होनी है, लेकिन भाजपा नेताओं को इसकी जानकारी कल ही मिल गई थी। यह बहुत गंभीर मामला है। क्या चुनाव आयोग भाजपा नेताओं के इशारे पर काम करता है। उन्होंने चुनाव आयोग को कठपुतली भी बताया है।
मनोज पांडे ने आरोप लगाया कि हिमंता विस्व सरमा का एक बयान है, जिसमें उन्होंने सोमवार को कहा था कि कल तो चुनाव की घोषणा हो जाएगी। बड़ा अजीब लगता है। इस तरह चुनाव आयोग को कठपुतली बनाकर रखना गंभीर मामला है। मनोज पांडे ने सीट बंटवारे को लेकर कहा कि किसको कहां लड़ना है इंडिया गठबंधन में लगभग सहमति बन गई है। दो-तीन सीट पर पेंच फंसा है। इस पर भी जल्द ही सहमति बन जाएगी। जल्द ही इंडिया गठबंधन की मीटिंग होगी। बैठक के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा और फिर सीट बंटवारे की घोषणा की जाएगी।
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वहीं झारखंड कांग्रेस प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चुनाव आयोग का सम्मान करते हुए हम कहना चाहते हैं कि जब आयोग कोई फैसला लेता है तो वह कटघरे में क्यों खड़ा होता है। झारखंड की विधानसभा का कार्यकाल जनवरी तक है तो उससे पहले इसे करा रहे हैं। आप महाराष्ट्र के साथ चुनाव कराना चाहते हैं। जब हरियाणा में चुनाव की तारीख तीन नवंबर और महाराष्ट्र में 26 नवंबर थी तो आपने दोनों चुनाव एक साथ क्यों नहीं कराए? जब आप हमारी बातों को अनसुना करते हैं तो हमें लगता है कि आप राजनीति या किसी पार्टी विशेष से प्रेरित होकर इस तरह की घोषणाएं कर रहे हैं, इसके बावजूद हम चुनाव आयोग के इस फैसले को लेकर तैयार हैं।
बता दें कि चुनाव आयोग आज झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करेगा। झारखंड विधानसभा का कार्यकाल अगले साल पांच जनवरी को समाप्त होने वाला है। भाजपा आजसू और जेडीयू के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी तो जेएमएम कांग्रेस और आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी।