आरयू ब्यूरो
लखनऊ। कानपुर जनपद के पास आज भोर में करीब सवा तीन बजे इंदौरा से पटना जा रही इंदौर-राजेन्द्र नगर एक्सप्रेस (19321) के 14 डिब्बे पटरी से उतर जाने के चलते भीषण ट्रेन हादसा हो गया। हादसे में करीब डेढ़ लोगों की मौत हो चुकी है, लगभग दो सौ लोगों के घायल होने की सूचना है। कानपुर-झांसी रेलखंड के पुखरायां रेलवे स्टेशन के पास यह हादसा उस समय हुआ जब ज्यादातर यात्री गहरी नींद में सो रहे थे।
सेना भी पहुंची सहायता के लिए
राहत और बचाव दल के साथ ही सेना के जवानों ने भी मौके पर पहुंचकर अपना काम शुरू कर दिया। दूसरी ओर रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा भी घटनास्थल पर पहुंचकर हादसे का जायजा ले रहे है। शाम को रेलमंत्री सुरेश प्रभु भी घटनास्थल के साथ अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया। बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी बोगियों को गैस कटर से काटकर घायलों और मृतकों को बाहर निकाला गया।
आईजी कानपुर जकी अहमद ने बताया कि करीब दो दर्जन एम्बुलेंस घायलों के लिए लगाई गई है। इसके अलावा यात्रियों के लिए अतिरिक्त बसों की व्यवस्था भी की गई है। घायलों को कानपुर देहात के जिला, नगर के हैलेट अस्पताल, पुखराया के सीएचसी समेत झांसी और उरई के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दूसरी तरफ मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
मृतकों के परिवार को साढ़े दस लाख, जबकि घायलों को 50 हजार से डेढ़ लाख रुपये के मुआवजे का एलान
हादसे के बाद से खबर लिखे जाने तक यूपी, केन्द्र के साथ ही रेल मंत्रालय मुआवजे की घोषणा कर चुका है। सपा सरकार ने हादसे में मृतक के परिजनों को पांच लाख जबकि रेल मंत्रालय ने साढ़े तीन लाख रुपये देने का एलान किया है।
इसके अलावा प्रदेश सरकार और रेल मंत्रालय की ओर से गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार और मामूली रूप से घायल को 25-25 हजार रुपये भी दिये जाने की घोषणा की जा चुकी है। जबकि केन्द्र सरकार ने मृतक के परिवारवालों को दो लाख और गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देने का एलान किया है।
यह बोगियों उतरी पटरी से, कई ट्रेनें रद्द
दुर्घटना में स्लीपर कोच की छह, पांच एसी की बोगियां, दो जनरल के कोच और एक लगेज कोच पटरी से उतर गया है। दुर्घटना के समय ट्रेन की अधिक स्पीड की वजह से एसी कोच के ए-1, बी-1, बी-2, बी-3, बीई, एस-1, एस-2, एस-3, एस-4, एस-5, एस-6 के डिब्बे पटरी से उतर गए। इनमें से कई कोच आपस में चिपककर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हादसे की वजस से कई ट्रेनों के रूट बदलने के साथ ही कई को रद्द भी कर दिया गया है।
यात्रियों ने की थी ट्रेन से आवाजें आने की शिकायत, रेलकर्मियों ने कर दिया अनसुना
इस भीषण रेल हादसे की वजह फिलहाल साफ नहीं हो सकी है, हालांकि कुछ यात्रियों ने मीडिया को बताया कि दुर्घटना से कुछ देर पहले ट्रेन से अजीब तरह की आवाजें आ रही थी। इस बात कि शिकायत उन लोगों ने ड्राइवर के साथ ही टीटी से भी कि थी, लेकिन उन लोगों ने अनसुना कर दिया।
विशेषज्ञों की टीम हादसे की वजह तालशने में लगी हैं। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि घटना की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। दूसरी ओर मौके पर पहुंचे रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा का कहना था कि वजह पता लगाने के साथ ही दुर्घटना के लिए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रेल हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव, सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव समेत देश के तमाम बड़े नेताओं ने दुख व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री के साथ ही डीजीपी भी बनाए हैं हालात पर नजर
भीषण ट्रेन हादसे के बाद यूपी के सीएम अखिलेश यादव और डीजीपी जावीद अहमद लगातार हालात पर नजर बनाए है। सीएम ने स्वस्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया हैं कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की दिक्कत न होने दे। दूसरी ओर डीजीपी ने मातहतों को मौके पर लूटपाट होने जैसी घटनाओं पर नजर रखने के साथ ही पीडि़तों की हर संभव सहायता करने का निर्देश दिया हैं।
मायावती ने किया उच्चस्तरीय के साथ ही समयबद्ध जांच की मांग
बसपा सुप्रीमों ने हादसे पर दुख जताते हुए केन्द्र सरकार से मांग की हैं कि वह इस रेल हादसे की उच्चस्तरीय के साथ ही समयबद्ध जांच कराकर दोषियों को दंडित करे। इसके अलावा केन्द्र सरकार तत्काल घायलों का मुफ्त के साथ ही बेहतर इलाज का भी प्रबंध करें।