आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में करीब सालभर से कार्यवाहक डीजीपी की तैनाती के क्रम को लेकर योगी सरकार की मंशा पर विपक्ष सवाल उठाता रहा है। वहीं यूपी में लगातार तीसरे कार्यवाहक डीजीपी को तैनात किए जाने के बाद पूर्व आइपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने भी गुरुवार को योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाएं है। अमिताभ ने कहा है कि ऐसा करके योगी सरकार मनमाना काम कराने के लिए यूपी पुलिस के मुखिया को पूरी तरह अपने चंगुल में रखना चाहती है।
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आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने तीसरे कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक की तैनाती पर विरोध जताते हुए कहा कि एक वर्ष से उत्तर प्रदेश में स्थाई डीजीपी तैनात नहीं हुए हैं। यह सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रकाश सिंह बनाम भारत सरकार व अन्य में दिए गए निर्देशों का खुला उल्लंघन है, जिसमें प्रदेश के डीजीपी को तैनात करने की प्रक्रिया दी गई है। इसके तहत कम से कम दो वर्ष का स्थाई कार्यकाल तय किया गया है ताकि डीजीपी राजनीतिक दबाव से मुक्त होकर काम कर सकें।
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पूर्व आइपीएस ने मीडिया से आगे कहा कि इसके विपरीत भाजपा सरकार जानबूझकर लगातार अस्थाई डीजीपी तैनात कर रही है, ताकि वे सरकार के पूरी तरह चंगुल में रहें और राजनीतिक मंशा के अनुसार काम करें।
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वहीं अमिताभ ठाकुर ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर यूपी सरकार 15 दिन में डीजीपी की तैनाती नहीं करती है तो आजाद अधिकार सेना इस मामले को कोर्ट में ले जाएगी और साथ ही इसके विरोध में लोक भवन का घेराव भी करेगी।