आरयू संवाददाता, कासगंज। यूपी में कासगंज जिले के सिढ़पुरा क्षेत्र में पुलिस टीम पर हमला कर सिपाही की हत्या करने वाले एक आरोपित बुधवार को पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस ने मुठभेड़ में हमले के मुख्य आरोपित के भाई को ढेर कर दिया। मारे गए आरोपित का नाम एलकार है।
इस संबंध में पुलिस प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि सिढ़पुरा इलाके में बुधवार भोर में करीब पांच बजे काली नदी की कटरी किनारे मुठभेड़ हुई, जिसमें मुख्य आरोपित मोती धीवर का भाई एलकार धीमर मारा गया। पुलिस फरार मुख्य आरोपित मोती धीवर की सरगर्मी से तलाश कर रही।
उन्होंने बताया कि मारे गये बदमाश एलकार के कब्जे से एक तमंचा और कुछ कारतूस मिले हैं। इसपर हत्या समेत पांच मामले दर्ज हैं, जबकि मुख्य आरोपी नगला धीमर गांव हिस्ट्रीशीटर मोती धीवर पर 12 मामले दर्ज हैं। इसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगी है।
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गौरतलब है कि मंगलवार शाम हल्का इंचार्ज उपनिरीक्षक अशोक पाल अपने हमराह सिपाही देवेंद्र के साथ नियमित गश्त पर निकले थेे। वहां से वे नगला धीमर गांव गए जहां पूर्व में भी जहरीली शराब बनाने के मामले सामने आये हैं। देर शाम शराब माफियाओं ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस घटना में कांस्टेबल देवेंद्र कुमार की मौत हो गई, जबकि उपनिरीक्षक आशोक पाल गंभीर रूप से घायल हो गये। उनका उपचार अलीगढ़ मेडिकल में चल रहा है। शराब माफिया घायल उपनिरीक्षक की सरकारी रिवाल्वर भी छीनकर ले गये।
घटना की सूचना पर माफियाओं को पकड़ने के लिए सिढ़पुरा औऱ आसपास के जिलों की पुलिस को मौके पर भेजा गया था। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की 12 टीमें लगाई गई हैं।
घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपितों पर रासुका लगाने के निर्देश देते हुए हमले में मारे गये कांस्टेबल देवेंद्र कुमार के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक साहयता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।