आरयू ब्यूरो,
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया। प्रधानमंत्री ने आज काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के लिए भूमि पूजन किया और नींव की ईंट रखी। यहां उन्हें मंदिर में प्रसाद स्वरूप बनारसी सिल्क का केसरिया गमछा और रुद्राक्ष की माला भेंट की गयी।
काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के लिए भूमि पूजन करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि शायद मुझसे भोले बाबा ने कहा कि बेटे बातें तो बहुत करते हो, आओ यहां काम करके दिखाओ। उन्होंने कहा कि विश्वनाथ धाम एक ऐसी परियोजना है जिसके बारे में मैं लंबे समय से सोच रहा था।
मोदी ने कहा कि सक्रिय राजनीति में आने से पहले ही मैं काशी आ गया था। तब से मुझे लगता है कि मंदिर परिसर के लिए कुछ करना चाहिए। भोले बाबा के आशीर्वाद से मेरा सपना सच हो गया। भोले बाबा की पहले किसी ने इतनी चिंता नहीं की। आगे कहा कि महात्मा गांधी भी बाबा की इस हालत पर चिंतित थे।
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पीएम ने कहा कि 2014 के चुनाव के दौरान मैंने कहा था कि मैं यहां आया नहीं हूं, मुझे यहां बुलाया गया है। शायद मुझे ऐसे ही कामों के लिए बुलाया गया था। यह चारो तरफ से दीवारों में घिरे भोले बाबा की आज मुक्ति का पर्व है।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि योगी जी ने जिस टीम को यहां काम के लिए लगाया है, वे पूरे मन से इस काम में लगी हुई है। मैं इस काम के लिए योगी सरकार का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने इसमें काफी सहयोग किया है।
तो आज कर रहा होता उद्घाटन
इस दौरान विरोधियों को निशाने पर लेते हुए मोदी ने कहा कि कि यदि तीन साल पहले मुझे यूपी की तत्कालीन सरकार का साथ मिला होता तो आज मैं इसका उद्घाटन कर रहा होता। ये काशी विश्वनाथ धाम, अब काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के रूप में जाना जाएगा। इससे काशी की पूरे विश्व में एक अलग पहचान बनेगी। अब मां गंगा को सीधे बाबा भोलेनाथ से जोड़ दिया गया है। अब श्रद्धालु गंगा स्नान करके सीधे भोले बाबा के दर्शन करने आ सकेंगे। इस दौरान कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ यूपी के राज्यपाल राम नाइक, सीएम योगी आदित्यनाथ और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय मौजूद रहे।