IAS अनुराग तिवारी की मौत के मामले में क्‍लोजर रिपोर्ट लगाने के 15 दिन बाद कोर्ट पहुंची CBI ने मांगा समय

क्लोजर रिपोर्ट खारिज
अनुराग तिवारी। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कर्नाटक कैडर के आइएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत को हादसा बताने वाली क्‍लोजर रिपोर्ट लगाने के 15 दिनों बाद गुरुवार को सीबीआइ तारीख पर कोर्ट पहुंची थी। हालां‍कि क्‍लोजर रिपोर्ट से जुड़े डॉक्‍यूमेंटस पूरी तरह से तैयार नहीं होने की स्थिति में आज सीबीआइ ने प्रार्थना पत्र देकर कोर्ट से और समय देने की अपील की थी।

जिसको देखते हुए प्रभारी अधिकारी न्‍यायालय स्‍पेशल जेएम सीबीआइ अनुराधा शुक्‍ला ने उसे 19 दिनों का समय दिया है। अब 26 मार्च को सीबीआइ को कोर्ट में क्‍लोजर रिपोर्ट से जुड़े कागजात को जमा करने होंगे।

बताते चलें कि सीबीआइ की विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट सपना त्रिपाठी का तबादला होने और उनकी जगह आए सुब्रत पाठक के छुट्टी पर होने के चलते आज मामले की सुनवाई प्रभार संभालने वाली स्‍पेशल जेएम पॉल्‍यूशन अनुराधा शुक्‍ला ने की।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मामले की जांच करने वाले सीबीआइ के इंस्‍पेक्‍टर पूरन कुमार ने आज प्रार्थना पत्र देते हुए कोर्ट से कहा कि क्‍लोजर रिपोर्ट से जुड़े सर्पोटिंग डॉक्‍यूमेंटस काफी ज्‍यादा है उनकी कॉपी कराने के लिए सीबीआइ को और समय दिया जाए। सीबीआइ की मांग पर अब डेट अगामी 26 मार्च दी गयी है।

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वहीं अनुराग तिवारी के बड़े भाई मयंक तिवारी ने आज कहा कि सीबीआइ द्वारा अब तक डॉक्‍यूमेंटस नहीं जमा करना अपने आप में कई सवाल उठाता है। सीबीआइ घरवालों को भी कुछ नहीं बता रही है। इन हालात में अब कोर्ट से ही उन लोगों को न्‍याय की उम्‍मीद है।

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जानकारों के अनुसार सीबीआइ के सर्पोटिंग डॉक्‍यूमेंटस सबमिट करने के बाद कोर्ट उन दस्‍तावेजों से क्‍लोजर रिर्पोट का मिलान करेगी। जिसके बाद कोर्ट की ओर से नोटिस भेजकर अनुराग तिवारी के परिजनों को अपना पक्ष रखने को कहा जाएगा। कोर्ट और परिजनों को पूरी तरह से संतुष्‍ट होने की स्थिति में केस पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। अगर दोनों में से किसी एक को भी रिपोर्ट के किसी बिंदु पर संशय होता है तो सीबीआइ को उसे स्‍पष्‍ट करना होगा।

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बताते चलें कि 17 मई 2017 को कर्नाटक कैडर के आइएएस अफसर अनुराग तिवारी की हजरतगंज इलाके में स्थित मीराबाई गेस्‍ट हाउस से चंद कदमों की दूरी पर संदिग्‍ध परिस्थितियों में लाश मिली थी। अनुराग दो दिनों से गेस्‍ट हाउस में ही अपने बैच मेट एलडीए वीसी पीएन सिंह के साथ एक कमरे में ठहरे हुए थे। घटना के बाद आइएएस अफसर की हत्‍या की बात कहते हुए परिजनों ने सीबीआइ जांच की मांग की थी। जिस पर करीब 20 महीने मामले की जांच कर बीती 20 फरवरी को अनुराग की मौत को एक हादसा बताते हुए सीबीआइ ने क्‍लोजर रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल कर दी थी। जिसके बाद आज (सात मार्च को) सीबीआइ को क्‍लोजर रिपोर्ट से जुड़े डॉक्‍यूमेंटस कोर्ट में दाखिल करने थे।

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