कांग्रेस की मांग, IAS अनुराग तिवारी के मौत कि कराई जाए उच्‍चस्‍तरीय जांच

बुलंदशहर हिंसा

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। सूबे की राजधानी में ईमानदार आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की मौत ने योगी सरकार की मुश्‍किलें बढ़ा दी है। पीएम रिपोर्ट से लेकर परिजनों के उनकी हत्‍या की ओर इशारा करने के बाद विरोधियों ने भी अपने हमले प्रदेश सरकार पर तेज कर दिए है।

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आज कांग्रेस ने कहा कि योगी सराकर सत्‍ता में आने के बाद प्रदेश में अपराध की बाढ़ आ गई, आम आदमी, व्‍यापारी तो दूर की बात है अब आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की भी सरकार रक्षा नहीं कर पा रही है। बुधवार को हजरतगंज इलाके में हुई अनुराग तिवारी के मौत की गुत्‍थी सुलझाने के लिए कांग्रेस ने योगी सरकार से उच्‍च स्‍तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।

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कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्‍ता अमरनाथ अग्रवाल ने एक बयान जारी कर कहा कि कानून-व्‍यवस्था को बेहतर बनाने और आम जनता के हित का नारा देकर प्रदेश की सत्‍ता में आई भाजपा सरकार अब साल भर का समय मांग रही है, मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का यह बयान उनकी नाकामी दर्शाता है।

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प्रवक्‍ता ने कुछ संगीन मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि इलाहाबाद में जिस प्रकार निर्भया काण्ड से भी वीभत्स सामूहिक बलात्कार और हत्या की घटना हुई, प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ज्वैलर्स के यहां हुई करोड़ों की डकैती का खुलासा पूरी तरह से पुलिस नहीं कर पायी थी कि मथुरा में संकरी गलियों में स्वर्ण व्यवसायी की दुकान में करोड़ों की डकैती कर दो व्यापारियों की गोली मारकर हत्या करने की घटना हो गई।

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इतना ही नहीं अमरनाथ ने आरोप लगाया कि सहारनपुर में सरकार और प्रशासन की अकर्मण्यता के चलते कई दिनों तक दलितों का दमन और हत्याएं हुई। उसके बाद भी वहां जातीय संघर्ष को रोकने में प्रदेश सरकार विफल रही।

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यह तमाम घटनाएं दर्शाती है कि कानून व्यवस्था को लागू करने वाले अधिकारी भी फेल हो चुके हैं, क्योंकि इन सबके पीछे सत्ताधारी दल समर्थक गोरक्षकों एवं हिन्दू युवा वाहिनी तथा भाजपा के कार्यकर्ताओं के अराजक समूहों द्वारा कानून-व्यवस्था हाथ में लेना और पुलिस का मनोबल तोड़ना ही मुख्य कारण है।

चाहे वह सहारनपुर में एसएसपी के घर पर हमला हो, गोरखपुर में महिला आईपीएस के साथ भाजपा विधायक द्वारा की गयी बदसलूकी हो, लगभग पूरे प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस की पिटाई एक आम घटना हो चुकी है। इन सबके बीच आज प्रदेश की जनता डर के माहौल में जीने को मजबूर है।