आरयू ब्यूरो
वाराणसी। कुछ समय पहले सूबे की राजधानी की चौक कोतवाली के पास आभूषण व्यापारी के यहां हुई तेरह करोड़ की डकैती को लोग भूले भी नहीं थे कि आज बदमाशों ने मोदी की काशी में चौक कोतवाली के पास दिनदहाड़े दस करोड़ का डाका डालकर सनसनी फैला दी।
यहां भी असलहे से लैस डकैतों ने आभूषण व्यापारी को ही निशाना बनाया है। योगीराज में कोतवाली के पास हुई भीषण डकैती की जानकारी लगते ही पुलिस के हाथ पैर फूल गए। डकैती को वाराणसी की सबसे बड़ी डकैती बताई जा रही है।
असलहे की नोंक पर सीताराम ज्वेलर्स के संचालक संजय अग्रवाल के संग दो कर्मचारियों को बंधक बनाने के बाद तिजोरी, आलमारी और शो केस में रखा माल डकैतों ने समेट लिया। वहां पर लगे सीसीटीवी कैमरे के संग रिकार्डिंग करने वाले डीवीआर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया जिससे कोई सुराग न बचे।
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घटना को अंजाम देकर जान से मारने की धमकियां देते हुए बदमाश मौके से फरार हो गये। कर्मचारियों के शोर मचाने पर लोगों को इसका पता चला। करोड़ों की डकैती की जानकारी मिलने के बाद आईजी जोन एन रविन्द्र, प्रभारी एसएसपी आशीष तिवारी, एसपी सिटी राजेश यादव के अलावा एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंच गयी।
बताया जा रहा है कि शहर के व्यस्ततम इलाको में शामिल ठठेरी बाजार (चौक) में स्थित सीताराम ज्वेलर्स है। मुख्य सड़क के मोड़ पर तीन मंजिला मकान है जिसके निचले तल पर दुकान है, जबकि उपर की दो मंजिलों पर सीताराम और उनके पुत्र संजय और प्रहलाद का परिवार रहता है।
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लगभग 4.20 बजे के करीब दुकान में ग्राहक बन कर दो लोग आए और लाइसेंस दिखाने को कहा। इस चंद मिनट बाद में उनके चार और साथी आ गए। इन लोगों ने दुकान में मौजूद संजय के अलावा दोनों कर्मचारियों को असलहे की नोंक पर आतंकित कर दिया।
सीसीटीवी के डीवीआर को पटक के तोड़ने के साथ दुकान में मौजूद लोगों का मोबाइल फोन भी छीन लिया। इसके बाद दुकान के शोकेस और तिजोरी के संग अलमारी से सारा माल बटोर कर एक काले बैग में भर कर फरार हो गए।
डकैती गए आभूषण व नकदी का अधिकृत आंकड़ा तो अभी नहीं मिला है, लेकिन 10 करोड़ की डकैती की बात सामने आ रही है। 12 किलो से अधिक सोना, हीरा-पन्ना समेत दूसरे कीमती रत्न और कीमती सामान डकैत ले गये हैं।
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डकैतों के जाने के बाद संजय और कर्मचारियों ने बाहर निकल कर शोर मचाया तो आसपास के लोगों को इसकी जानकारी हो सकी। बाद में सूचना पर पहुंची पुलिस की टीम जांच में जुट गयी। क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर जांच में जुटी है। आसपास की दुकानों और मकानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज तलाशे जा रहे हैं।
एसटीएफ की टीम भी इलाके के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाल रही है। आरम्भिक सूचना के मुताबिक दुकान पर शुक्रवार को भी दो संदिग्ध आए थे। कई दिन रेकी के बाद वारदात को अंजाम दिया गया है। व्यापारियों ने दु:साहसिक वारदात के विरोध में रोड जाम करने के साथ ही पुलिस विरोधी नारेबाजी भी की।
जानकारी पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने व्यापारियों को जल्द ही घटना का खुलासा करने का आश्वासन देकर जाम समाप्त करवाया। घटना की जानकारी लगने पर राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी भी मौके पर पहुंचे थे।