आरयू वेब टीम। किसान आंदोलन को आज 200 दिन पूरे हो गए हैं। वहीं इस मौके पर किसान संगठन बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। खास बात यह है कि शनिवार को हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर इस प्रदर्शन में महिला पहलवान ओलंपियन विनेश फोगाट भी शामिल हुई हैं। रेसलर विनेश फोगाट ने मंच पर पहुंचकर किसान आंदोलन का समर्थन किया है। इस दौरान उन्होंने कि कहा कि किसानों की मांगों को जल्द माना जाना चाहिए।
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मीडिया से बातचीत करते हुए विनेश ने कहा, “200 दिन हो गए हैं जब से वे यहां बैठे हैं। यह देखकर दुख होता है। वे सभी इस देश के नागरिक हैं। किसान देश को चलाते हैं। उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है, एथलीट भी नहीं – अगर वे हमें खाना नहीं खिलाएंगे, तो हम प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगे। कई बार हम असहाय होते हैं और कुछ नहीं कर पाते हैं, हम इतने बड़े स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन हम अपने परिवार के लिए कुछ नहीं कर पाते हैं, भले ही हम उन्हें दुखी देखते हों। मैं सरकार से आग्रह करती हूं कि उन्हें सुनना चाहिए। उन्होंने पिछली बार अपनी गलती स्वीकार की थी, उन्हें अपने वादे पूरे करने चाहिए। अगर लोग इस तरह सड़कों पर बैठे रहेंगे तो देश आगे नहीं बढ़ेगा।”
वहीं ओलंपिक कुश्ती फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने और विवाद पर विनेश फोगट ने कहा कि अगर आप कर सकते हैं, तो आज किसानों के संघर्ष पर अधिक ध्यान केंद्रित करें। मैं नहीं चाहती कि मुझ पर ध्यान केंद्रित किया जाए। मैं आपको फोन करूंगी और इस बारे में बात करूंगी।
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बता दें कि किसान 13 फरवरी से शंभू में डेरा डाले हुए हैं। वे अन्य मुद्दों के साथ-साथ सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। खबर यह भी है कि सभी किसान उन्हें इस मौके पर उनके पेरिस ओलंपिक के प्रदर्शन को देखते हुए सम्मानित भी किया है।
वहीं किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पांधेर ने भावुकता से किसानों से अपील की कि वे आज यानी 31 अगस्त को शंभू और खानाउरी बिंदुओं पर बड़ी संख्या में जुटें। पंढेर ने कहा कि, “मोदी सरकार को मुंहतोड़ जवाब देंगे। हम छापे से डरने वाले नहीं। जब तक किसानों और मजदूरों की मांगें नहीं मानी जाएंगी हम आदोलन जारी रखेंगे।”