आरयू इंटरनेशनल डेस्क। पाकिस्तान ने सोमवार को कुलभूषण जाधव को कांसुलर एक्सेस देने का प्रस्ताव दिया है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, भारत ने आज पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में सेवानिवृत्त भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव को कांसुलर एक्सेस देने के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
पाक के प्रस्ताव में कहा गया था कि वह भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से मुलाकात के लिए भारत को कांसुलर एक्सेस दो सितंबर को देगा, के एक दिन बाद यानी सोमवार को भारत ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
भारत की तरफ से एक सरकारी सूत्र ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान सही माहौल सुनिश्चित करेगा ताकि बैठक स्वतंत्र, निष्पक्ष, सार्थक और प्रभावी हो। सूत्रों के मुताबिक, भारत की ओर से गौरव अहलुवालिया कुलभूषण से बातचीत करेंगे। पाक के इस प्रस्ताव पर भारत ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि भारत चाहता है कि जाधव को बिना किसी निगरानी के कॉन्सुलर एक्सेस मिले।
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कुलभूषण जाधव को दूतावास मदद की इजाजत देने के पाकिस्तान के वादे के करीब छह हफ्ते बाद इस्लामाबाद की ओर से गुरुवार को कहा गया था कि इस मुद्दे पर वह भारत से संपर्क में है। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि कांसुलर संबंधी विएना संधि, आइसीजे के फैसले और पाकिस्तानी कानूनों के अनुरूप भारत को जाधव से मिलने के लिए कांसुलर एक्सेस देगा।
रिटायर्ड भारतीय नौसेना अधिकारी जाधव पर जासूसी का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान ने मौत की सजा सुनाई थी। गौरतलब है कि एक अगस्त को पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा था कि फांसी की सजा का सामना कर रहे भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी जाधव को अगले दिन दूतावास मदद मुहैया कराई जाएगी।
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बता दें कि कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने जासूसी और आतंकवाद के आरोप में अप्रैल 2017 में मौत की सजा सुनाई थी। इसके बाद भारत ने हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आइसीजे) का रुख कर सजा पर रोक लगाने की मांग की थी। आइसीजे ने 17 जुलाई को पाकिस्तान को जाधव की दोषसिद्धि और सजा की प्रभावी समीक्षा एवं पुनर्विचार करने का आदेश दिया था। साथ ही, बगैर और देर किए उन्हें दूतावास मदद पहुंचाने को भी कहा था।