आरयू ब्यूरो, लखनऊ। दशकों से अटकी अनंत नगर (प्रबंध नगर) योजन को विकास की पटरी पर दौड़ाने से उत्साहित लखनऊ विकास प्राधिकरण ने आज सुल्तानपुर रोड स्थित आइटी सिटी योजना में भी विकास कार्य शुरू कर दिया है। एलडीए के अनुसार इस साल दिवाली पर इस योजना को लांच भी कर दिया जाएगा। वही योजना के शुरू होते ही किसानों की आठ लाख सरकारी दाम वाली भूमि एलडीए के करीब तीन करोड़ के प्लॉट में बदल जाएगी।
दो सौ बीघा भूमि पर मिला कब्जा, किसानों ने सौंंपी मिट्टी
एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने आज इस बारे में एक बयान जारी कर पत्रकारों को बताया है कि आइटी सिटी के क्षेत्रीय किसानों द्वारा बड़ी संख्या में लैंड पूलिंग नीति के माध्यम से योजना के लिए जमीन दी जा रही। संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह के नेतृत्व में एलडीए की टीम ने सोमवार को मोहारी खुर्द व मोहारी कला गांव की लगभग 200 बीघा भूमि पर एक साथ कब्जा लेते हुए दो सेक्टरों के डेवलपमेंट का काम भी शुरू करा दिया है। इस मौके पर क्षेत्रीय किसान/भू-स्वामी भी उपस्थिति रहे। किसानों ने विकास कार्य में भागीदारी दिखाते हुए भूमि पूजन कर योजना शुरू कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह को मिट्टी सौंपी।
वहीं संयुक्त सचिव सुशील प्रताप सिंह ने बताया कि लैंड पूलिंग नीति के माध्यम से योजना के लिए अपनी जमीन देने वाले किसानों को कई गुना लाभ होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि मोहारी खुर्द गांव में जमीन का डीएम सर्किल रेट लगभग आठ लाख रूपये बीघा है। प्रतिकर के रूप में चार गुना मुआवजा दिये जाने पर भी किसान को 32 लाख रूपये ही मिलेगा। वहीं, लैंड पूलिंग नीति के तहत अपनी शत प्रतिशत भूमि निशुल्क देने वाले किसान को योजना में 25 प्रतिशत विकसित आवासीय भूमि क्रमशः 6800 वर्ग फिट मिलेगी, जिसकी कीमत तीन करोड़ से भी ज्यादा होगी।
आसमान पर पहुंचने लगे जमीन के दाम, बिल्डर-इन्वेस्टर…
बताते चलें कि आइटी सिटी शुरू होने की आहट के साथ ही योजना से प्रभावित गांवों में जमीनों का दाम आसमान पर अभी से पहुंच गया है। जानकारों की मानें तो कुछ महीने तक करीब 30 लाख रुपये बीघा बिकने वाली जमीन का दाम अब से ही 60 से 80 लाख तक पहुंच गया है। वहीं बड़ी संख्या में बिल्डर व इन्वेस्टर भी किसानों से सीधे जमीन खरीदकर एलडीए को लैंड पुलिंग स्कीम के तहत जमीन सौंपने के लिए आगे आ रहे हैं।
यह भी पढ़ें- बिल्डरों की नाराजगी के बाद बैकफुट पर आया एलडीए, शुरू होने से पहले ही छोटी हुई वेलनेस सिटी, बोर्ड बैठक में इन फैसलों पर भी लगी मुहर
योजना के बारे में जानकारी देते हुए एलडीए वीसी ने आज मीडिया को यह भी बताया कि सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग व किसान पथ के बीच करीब 2,858 एकड़ में आइटी सिटी विकसित की जा रही। जिसके लिए मोहनलालगंज तहसील के ग्राम-बक्कास, सोनई कंजेहरा, सिकन्दरपुर अमोलिया, सिद्धपुरा, परेहटा, पहाड़नगर टिकरिया, रकीबाबाद, मोहारी खुर्द, खुजौली और भटवारा की जमीन ली जाएगी।
यह योजना अपनी सर्वोत्तम रोड कनेक्टिविटी के कारण लोगों के लिए काफी उपयोगी होगी। योजना में 72 से 200 वर्गमीटर तक के करीब पांच हजार आवासीय प्लॉट काटे जाएंगे। इसके अलावा ग्रुप हाउसिंग के बड़े भूखण्ड भी नियोजित किये जाएंगे।
अधिकतम निजी निवेश हो आकर्षित
प्रथमेश कुमार ने बताया कि आइटी सिटी को इस तरह विकसित किया जाएगा, जिससे अधिकतम निजी निवेश आकर्षित हो। इसके लिए योजना में लगभग 445.65 एकड़ इन्डस्ट्रियल एरिया व व्यावसायिक गतिविधियों के लिए लगभग 260 एकड़ आरक्षित किया जाएगा। इससे इंडस्ट्रियल व व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
दो सौ एकड़ में बनेगी गोल्फ सिटी
इसके अलावा योजना में लगभग 200 एकड़ ग्रीन बेल्ट के बड़े भू-भाग में गोल्फ सिटी बनायी जाएगी। साथ ही लगभग 15 एकड़ क्षेत्रफल में फैली वाटर बॉडी योजना को पर्यावरण के अनुकूल बनाएगी।