आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ नगर निगम कार्यकारिणी के छह पदों के लिए चुनाव रविवार को निर्विरोध संपन्न हो गया है। जिसके लिए छह पार्षदों ने नामांकन किया था। उनमें से पांच भाजपा और एक सपा के पार्षद हैं। सभी छह पदों के लिए केवल छह उम्मीदवारों ने नामांकन किया था, इसलिए सभी को निर्विरोध घोषित कर दिया गया। सभी नवनिर्वाचित सदस्य लखनऊ नगर निगम की कार्यकारिणी का हिस्सा बनेंगे। शहर के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लेने में भूमिका निभाएंगे।
यह चुनाव न केवल कार्यकारिणी को नया नेतृत्व देगा। शहर के विकास कार्यों को भी गति प्रदान करेगा, जो पिछले 78 दिनों से अटके हुए थे। इस चुनाव के साथ भाजपा में चल रही अंदरूनी तकरार समाप्त हो गई है। भाजपा से राजेश सिंह गब्बर, संदीप शर्मा, अरुण कुमार राय, पृथ्वी गुप्ता और पिंकी रावत और सपा की ओर से राम नरेश चौरसिया चुने गए है।
दरअसल शनिवार को भाजपा महानगर संगठन ने पार्षदों के नाम फाइनल कर दिए। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष त्र्यंबक त्रिपाठी और महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी ने नामों की घोषणा की थी। उस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरफ से राजेश सिंह गब्बर, पृथ्वी गुप्ता, संदीप शर्मा, अरुण कुमार राय और पिंकी रावत ने नामांकन किया। वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) की ओर से राम नरेश चौरसिया ने नामांकन किया था।
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इस चुनाव के सम्पन्न होने से भाजपा को बड़ी राहत मिली है। लखनऊ नगर निगम की 12 सदस्यीय कार्यकारिणी में से छह सदस्य बीते एक जून को रिटायर हो गए थे। उसके बाद से लगातार नए नामों को लेकर भाजपा में अंदरूनी कलह चल रही थी। उससे चुनाव टलता चला गया। मेयर सुषमा खर्कवाल और भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी के बीच तकरार चल रही थी, जिस कारण अंतिम मुहर नहीं लग पाई थी।
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