गुडंबा कोतवाली में तैनात महिला सिपाही ने फांसी लगाकर दी जान, नहीं मिला सुसाइड नोट

महिला सिपाही ने दी जान
बबिता सिंह। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। गुडंबा कोतवाली में तैनात 24 वर्षीय महिला सिपाही ने बुधवार की शाम फांसी लगाकर जान दे दी। आज शाम एक अन्‍य सिपाही ने कमरे में शव फंदे से लटकता देखा तो लोगों को मामले की जानकारी हुई। सूचना पाकर घटनास्‍थल पर पहुंची गुडंबा पुलिस ने छानबीन कर लाश को पोस्‍टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस घटना की जानकारी सिपाही के परिजनों को देने के साथ ही अब आगे की कार्रवाई कर रही है।

बताया जा रहा है कि मूल रूप से मेरठ जिले के कीना नगर निवासी बबिता सिंह 2016 बैच की सिपाही थी। बबिता पिछले करीब एक साल से गुडंबा कोतवाली पर तैनात थीं। वह इलाके की ही फूलबाग कॉलोनी स्थित रहमत अली के मकान में किराये का कमरा लेकर रहती थी। गुडंबा पुलिस के मुताबिक आज सुबह वह एक नाबालिग लड़की का मेडिकल कराने गई थी। वहां से लौटने के बाद बबिता गुडंबा इंस्‍पेक्‍टर से खाना खाने की बात कहकर अपने कमरे पर चली गयी।

साथी सिपाही को बुलाया, लेकिन उसके पहुंचने से पहले ही दी जान

पुलिस के अनुसार शाम करीब चार बजे बबिता ने कोतवाली पर तैनात एक अन्‍य महिला सिपाही सीटू को फोन कर महानगर में लगने वाले साप्‍ताहिक बुध बाजार चलने को कहा था। हालांकि व्‍यस्‍तता के चलते सीटू करीब आधे घंटे बाद उसके कमरे पर पहुंची तो अंदर से दरवाजा बंद था। कई बार आवाज लगाने पर भी कोई जवाब नहीं मिलने पर सीटू ने खिड़की से अंदर झांका तो उसकी चीख निकल गयी। कमरे में फंदे से पंखे के सहारे बबिता की लाश लटक रही थी। सीटू से जानकारी पाकर घटनास्‍थल पर पहुंची गुडंबा पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारने के साथ ही घटना की जानकारी बबिता के परिजनों को दी।

हाल ही में हुई थी सगाई

इंस्‍पेक्‍टर के अनुसार बबिता कुछ दिन पहले ही अपनी सगाई की बात कहकर घर गयी थी। तीन दिन पहले ही वह लखनऊ लौटी थी। परिस्थितियों के आधार पर पुलिस अंदाजा लगा रही है कि बबिता ने किसी आपसी विवाद की वजहें से जान दी होगी।

यह भी पढ़ें- पत्‍नी और ससुरालवालों से परेशान सिपाही ने दी जान, की थी लव मैरिज, मरने से पहले मैसेज भी किया

अब पुलिस बबिता का मोबाइल फोन व कॉल रिकॉर्ड खंगालने की बात कहने के साथ ही उसके परिजनों के भी लखनऊ पहुंचने का इंतजार कर रही है। वहीं लोगों का कहना था कि सीटू को कॉल करने के बाद बबिता ने किसी और से बात की होगी जिसके बाद उसकी बात से क्षुब्‍द्ध होकर उसने जान देने का फैसला किया होगा।

हालांकि लोग यह भी अंदाजा लगा रहे थे हो सकता है कि बबिता ने पहले ही जान देने का फैसला कर लिया हो और लोगों को समय से घटना की जानकारी हो सके इसके लिए ही उसने बहाने से साथी सिपाही को कमरे तक बुलाया होगा।

यह भी पढ़ें- नर्सिंग की छात्रा ने फांसी लगाकर दी जान, छह लाइन के सुसाइड नोट में लिखा सॉरी मैं कायर हूं