आरयू संवाददाता, पीजीआइ। डीजीपी ओपी सिंह से लेकर एसएसपी कलानिधि नैथानी तक बच्चा चोरी की अफवाह पर बढ़ रही हिंसा की घटनाओं पर रोकथाम के लिए निर्देश जारी कर रहें हैं, इसके बाद भी लखनऊ पुलिस इस तरह की घटनाओं को रोकने में नाकाम नजर आ रही है।
पीजीआइ कोतवाली क्षेत्र में मात्र 14 घंटों के अंदर ही बेलगाम भीड़ ने बच्चा चोरी के संदेह में एक युवक व महिला की पिटाई कर उसे घायल कर दिया। युवक की इतनी बुरी तरह से पिटाई की गयी है कि पुलिस को उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ गया है। एक ही कोतवाली क्षेत्र में 14 घंटें के भीतर हुई इन दो संगीन घटनाओं से अब न सिर्फ कई सवाल उठ रहें हैं, बल्कि हड़कंप भी मच गया है।
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पहली घटना शुक्रवार की रात करीब नौ बजे पीजीआइ क्षेत्र के सरुथुवा ग्राम सभा के मजरा बिरुरा में घटी। जहां घूम रहे एक मंदबुद्धि युवक को भीड़ ने पकड़ने के बाद बच्चा चोर व किडनी चोर कहते हुए जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान ग्रामीणों ने पिटाई का वीडियो भी बना लिया जो अब वॉयरल हो रहा है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पीजीआइ पुलिस ने गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसका उपचार चल रहा है।
वहीं घटना के करीब 14 घंटें बाद शनिवार की पूर्वान्ह लगभग 11 बजे पीजीआइ क्षेत्र के तेलीबाग खरिका में भीड़ ने रोहित रावत की करीब दो वर्षीय बेटी सहज को टॉफी देकर गोद में उठा रही महिला को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। हालांकि गांव के ही कुछ लोगों ने भीड़ से महिला को छुड़ाते हुए इसकी जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पीजीआइ पुलिस ने महिला का प्राथमिक उपचार कराने के साथ कई घंटें तक उससे पूछताछ की, हालांकि महिला की भाषा वो सही ढ़ग से समझ नहीं सकी। बाद में महिला को नारी निकेतन भिजवा दिया गया।
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इंस्पेक्टर पीजीआइ आशोक कुमार ने बताया कि युवक को पिटाई करने वाली घटना में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनका पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा आज पूर्वान्ह हुई घटना के मामले में महिला साफ तौर पर सिर्फ अपना नाम माया बता पा रही थी। महिला को नारी निकेतन भेजने के साथ मामले की जांच की जा रही है।
वहीं सीओ कैंट दुर्गेश कुमार ने बताया कि अब तक की जांच में साफ हुआ है कि दोनों घटनाएं बच्चा चोरी से न जुड़कर बल्कि सिर्फ उसकी अफवाह फैलने के चलते हुई हैं। महिला व युवक की पिटाई करने वालों का पुलिस पता लगा रही है।