124वीं ‘मन की बात’ में बोले प्रधानमंत्री मोदी, लखनऊ की गोमती नदी टीम दस सालों से बिना थके सफाई में लगी

'मन की बात'
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के 124वें एपिसोड के जरिए देश को संबोधित किया। इस दौरान खुशी जताई कि देश के 12 मराठा किलों को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज टेंटेटिव लिस्ट में शामिल किया गया है। उन्होंने इसे भारत की सांस्कृतिक विरासत की वैश्विक पहचान की दिशा में बड़ा कदम बताते हुए लोगों से धरोहरों को समझने व संरक्षित करने की अपील की।

साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि लखनऊ की गोमती नदी टीम का जिक्र करना भी जरूरी है। पिछले दस सालों से हर रविवार, बिना थके, बिना रुके, इस टीम के सदस्य सफाई के काम में लगे रहते हैं। छत्तीसगढ़ के बिल्हा का उदाहरण भी बेहतरीन है। यहां महिलाओं को कचरा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया और उन्होंने मिलकर शहर की सूरत बदल दी। गोवा के पणजी शहर का उदाहरण भी प्रेरणा देने वाला है। वहां कचरे को 16 श्रेणियों में बांटा जाता है और उसका नेतृत्व भी महिलाएं कर रही हैं। पणजी को राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है। सफाई एक बार का, एक दिन का काम नहीं है। जब हम हर दिन, साल के हर पल सफाई को प्राथमिकता देंगे, तभी देश साफ रहेगा। साथ ही शुभांशु शुक्ला की सफल वापसी और स्पेस साइंटिस्ट को लेकर और भारत के टेक्सटाइल स्टार्टअप को लेकर भी कई बातें कही।

तारीफ के लिए योगी ने जताया मोदी का आभार

वहीं गोमती नदी टीम की तारीफ करने पर यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया है। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज मन की बात में लखनऊ की जीवनरेखा गोमती नदी की स्वच्छता हेतु वर्षों से समर्पित टीम का उल्लेख, न केवल ‘स्वच्छ भारत’ के जन आंदोलन का सम्मान है, बल्कि सेवा, श्रम और समर्पण की उस भावना को भी राष्ट्रव्यापी प्रेरणा बनाता है, जो हर रविवार नदी किनारे जीवंत होती है। प्रधानमंत्री के यशस्वी मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश के जनपदों का स्वच्छ सर्वेक्षण में उत्तम प्रदर्शन ‘स्वच्छ उत्तर प्रदेश’ की सिद्धि को सशक्त कर रहा है।

वहीं किलों की बात पर नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा कि हर किले के इतिहास का एक-एक पन्ना जुड़ा है। पीएम ने शिवाजी महाराज के जन्म से जुडे़ शिवनेरी दुर्ग की चर्चा भी कार्यक्रम में की। पीएम ने कहा कि शिवनेरी का दुर्ग इतना विशाल था कि उसे दुश्मन कभी भी भेद नहीं सकता है। आगे कहा कि अगस्त का महीना क्रांति का महीना होता है। भारत को आजादी मिलने के अलावा हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की ओर से भी अगस्त में भारत छोड़ो समेत कई आंदोलन भी शुरू हुए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ये धरोहरें न केवल महाराष्ट्र की, बल्कि पूरे देश की शान हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपनी सांस्कृतिक विरासत को जानें, समझें और उसे संरक्षित करने में योगदान दें। इन धरोहर स्थलों को अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलने की उम्मीद है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर महाराष्ट्र की जनता को विशेष रूप से बधाई देते हुए कहा कि घोषणा न सिर्फ महाराष्ट्र, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है, क्योंकि इससे हमारी ऐतिहासिक धरोहरों को वैश्विक मंच पर पहचान मिल रही है।

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वहीं पीएम मोदी ने टेक्सटाइल सेक्टर में सांस्कृतिक विविधता की तारीफ भी की। पीएम ने कहा कि आज टेक्सटाइल और मार्केट बहुत तेजी से बढ़ रहा है। आज भारत में तीन हजार से ज्यादा टेक्सटाइल स्टार्टअप हैं। इसके साथ ही पीएम ने पांडुलिपियों को सहेजा है। भारत सरकार एक मिशन के तहत प्राचीन पांडुलिपियों को डिजिटलाइज करने काम करेगी। बिहार के मुजफ्फरपुर में 12 अगस्त 1908 को भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी खुदीराम बोस को फांसी दी गई थी। लोगों ने जेल को घेर रखा था, उनकी आंखों में आंसू थे। जेल के अंदर अंग्रेज युवा को फांसी देने की तैयारी कर रहे थे।

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