आरयू वेब टीम। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने हिंसाग्रस्त मणिपुर का दो साल से भी ज्यादा समय बाद दौरा करने पर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। प्रियंका ने शनिवार को कहा कि उन्हें खुशी है कि पीएम मोदी ने मणिपुर में व्यापक हिंसा के दो साल बाद वहां जाने का फैसला किया, हालांकि उन्हें इस बारे में पहले ही सोचना चाहिए था। साथ ही कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो कुछ वहां हो रहा था, वे प्रधानमंत्री ने इतने लंबे समय तक होने दिया और इतनी बड़ी संख्या में लोगों को मरने दिया।
केरल के वायनाड में मीडिया से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि उन्होंने दो साल बाद यह फैसला किया कि वहां जाना उनके लिए जरूरी है। उन्हें बहुत पहले ही वहां का दौरा करना चाहिए था। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने वहां जो कुछ हो रहा था, उसे इतने लंबे समय तक होने दिया, इतने सारे लोगों को मारे जाने दिया और इतने सारे लोगों को इतने संघर्ष से गुजरने दिया, उसके बाद अब उन्होंने दौरा करने का फैसला किया।’’
कांग्रेस सांसद ने कहा कि जब भी कहीं पीड़ा और कष्ट होता था, तो भारत के प्रधानमंत्री ऐसे स्थानों का दौरा करते थे और यह परंपरा के रूप में हमेशा निभायी जाती रही है। उन्होंने कहा कि ‘‘शुरू से ही चाहे कोई भी पार्टी सत्ता में रही हो, जहां भी दुख और पीड़ा होती है, वे वहां जाते थे। और आजादी के बाद से यह परंपरा रही है। वह दो साल बाद ये कर रहे हैं। मुझे लगता है कि उन्हें पहले ही इस बारे में सोचना चाहिए था।’’
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गौरतलब है कि पीएम मोदी ने हिंसा ग्रस्त राज्य का ये दौरा ऐसे समय में किया है जब विपक्षी दल कुकी और मेइती समुदायों के बीच जातीय संघर्ष के बाद प्रधानमंत्री द्वारा मणिपुर का दौरा नहीं किए जाने को लेकर कई बार आलोचना कर चुके हैं। मई 2023 से शुरू हुई हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं।
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