आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मणिपुर में दो युवतियों के साथ गैंगरेप कर उन्हें भीड़ द्वारा नग्न अवस्था में घुमाने व नोचने का वीडियो सामने आने के बाद लोगों का गुस्सा थम नहीं रहा है। शनिवार को इसके खिलाफ समाजवादी पार्टी की महिला सभा विंग ने राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में कैंडल मार्च निकालकर विरोध जताया। साथ ही सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मणिपुर हैवानियत के लिए राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ पर निशाना साधते हुए कहा है कि इसके लिए आरएसएस की नफरत फैलाने व बांटने वाली राजनीति ही जिम्मेदार है।
आज मैनपुर दौरे पर पहुंचे अखिलेश ने कहा कि मणिपुर जैसी घटना इधर दुनिया में कहीं नहीं हुई होगी। इस घटना ने दुनिया में देश की प्रतिष्ठा गिराई है। इस तरह की तस्वीरों से सिर शर्म से झुक जाता है। मणिपुर के मुख्यमंत्री का कहना है कि इस तरह की कई घटनाएं हुई है। मणिपुर में महीनों से हत्या, लूट, और जघन्य घटनाएं हो रही है। आखिर केन्द्र सरकार की इंटेलिजेंस क्या कर रही है? मणिपुर की घटना के लिए आरएसएस की नफरत फैलाने और बांटने वाली राजनीति जिम्मेदार है। मणिपुर की घटना को देखकर आम लोगों के साथ कभी भाजपा को वोट देने वाली माताएं और बहनें भी आक्रोशित हैं। आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का सफाया होना तय है।
इस बार भी कागजों पर ही पेड़ उगेंगे
वहीं योगी सरकार के पौधारोपण अभियान पर भी सवाल उठाते हुए यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार 35 करोड़ पेड़ लगाने का दावा कर रही। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जो पहले पेड़ लगाए थे वह कागजों पर लगे थे। लगता है इस बार भी कागजों पर ही पेड़ उगेंगे।
दो तिहाई जनता भारतीय जनता पार्टी से नाराज
हमला जारी रखते हुए अखिलेश ने कहा है कि देश की दो तिहाई जनता भारतीय जनता पार्टी से नाराज है। भाजपा की केन्द्र और प्रदेश की सरकारों ने जनता को धोखा दिया है। महंगाई, बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही। किसानों की आय दुगना नहीं हुई। किसानों को उनकी फसलों का लागत मूल्य नहीं मिला। भाजपा सरकार में अगर कोई महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार पर सवाल उठाता है तो सरकार झूठे मुकदमें करती है। जेल भेजकर आवाज दबाती है। पिछले दिनों वाराणसी में दुकानदार ने टमाटर की महंगाई पर प्रदर्शन किया तो उस पर मुकदमा लगाकर जेल भेज दिया।