आरयू वेब टीम। हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में एक बार फिर स्थिति बिगड़ती हुई नजर आ रही। बीती रात महिलाओं ने ड्रोन हमले के खिलाफ मशाल जुलूस निकाला, जबकि प्रदर्शनकारियों ने राजभवन पर पथराव कर किया। ऐसे में हिंसा व मणिपुर की राजधानी में कानून और व्यवस्था से संबंधित हालिया स्थिति को देखते हुए इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व के जिलाधिकारियों ने मंगलवार को 11:00 बजे से दोनों जिलों में कर्फ्यू लगा दिया। इसके अतिरिक्त, थौबल जिले में बीएनएसएस की धारा 163 (2) के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है।
जारी किए गए दो अलग-अलग आदेशों में इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम के जिलाधिकारियों ने कहा कि भोर में पांच बजे से रात दस बजे तक कर्फ्यू में ढील के पिछले आदेश को हटा लिया है तथा दोनों जिलों में तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया गया।
साथ ही जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति के कारण दी गई छूट आदेश तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया, हालांकि, आदेशों में कहा गया है कि स्वास्थ्य, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग, नगरपालिका अधिकारी, बिजली, पेट्रोल पंप, अदालतों के कामकाज, हवाई यात्रियों की आवाजाही और मीडिया कर्मियों जैसी आवश्यक सेवाओं से संबंधित व्यक्तियों की आवाजाही को कर्फ्यू से छूट दी गई है।
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इस बीच एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार सेना, असम राइफल्स और अन्य सुरक्षा बलों ने मणिपुर के विभिन्न जिलों में अभियान चलाकर भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। सितंबर 2024 के पहले सप्ताह में किए गए ऑपरेशन के परिणामस्वरूप भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और युद्ध सामग्री बरामद हुई। चुराचांदपुर जिले के लिकलाई, माशेमजंग, पी गेलजंग, थोरोइलोक, गेलमोन, मोल्फाई तंपक, लीसनबुंग और मौलघाट जैसे क्षेत्रों में हथियारों के जखीरे के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर कार्रवाई की गई।
कर्फ्यू में वृद्धि तब हुई है जब छात्र कानून और व्यवस्था की स्थिति को प्रभावी ढंग से संभालने में उनकी कथित विफलता का हवाला देते हुए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और राज्य के सुरक्षा सलाहकार को हटाने की मांग करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन तेज करने की योजना बना रहे हैं।