आरयू वेब टीम। पीएम मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 118वें एपिसोड के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस बार मन की बात कार्यक्रम एक सप्ताह पहले आयोजित किया गया, लेकिन इस बार अंतिम रविवार को गणतंत्र दिवस होने की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सप्ताह पहले ही इस कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। जिसमें पीएम ने कहा मेरे प्यारे देशवासियो, नेक नियत से निस्वार्थ भावना के साथ किए गए कामों की चर्चा दूर-सुदूर पहुंच ही जाती है और हमारा ‘मन की बात’ तो इसका बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म है।
साथ ही कहा कि हमारे इतने विशाल देश में दूर-दराज भी अगर कोई अच्छा काम कर रहा होता है, कर्तव्य भावना को सर्वोपरि रखता है, तो उसके प्रयासों को सामने लाने का, ये, बेहतरीन मंच है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, ‘आज 2025 की पहली मन की बात हो रही है। क्योंकि अगले सप्ताह रविवार के दिन ही गणतंत्र दिवस है। मैं गणतंत्र दिवस की आप सभी को अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं।’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, “इस बार का गणतंत्र दिवस बहुत विशेष है, ये भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ है इस वर्ष संविधान लागू होने के 75 साल हो रहे हैं। मैं संविधान सभा के उन सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करता हूं जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया। संविधान सभा के दौरान अनेक विषयों पर लंबी-लंबी चर्चाएं हुईं। वो चर्चाएं संविधान सभा के सदस्यों के विचार उनकी वो वाणी हमारी बहुत बड़ी धरोहर है आज मन की बात में मेरा प्रयास है कि आपको कुछ महान नेताओं की ओरिजिनल आवाज सुनाऊं।”
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पीएम मोदी ने कहा कि, ‘जब संविधान सभा ने अपना काम शुरू किया तो बाबा साहब अंबेडकर ने परस्पर सहयोग को लेकर एक बहुत महत्वपूर्ण बात कही थी। मैं उसका एक अंश आपको सुनाता हूं। बाबा साहब इस बात पर जोर दे रहे थे कि संविधान सभा एक साथ एक मत हो और मिलकर सर्वहित के लिए काम करे। मैं आपको संविधान सभा की एक और ओडियो क्लिप सुनाता हूं। ये ऑडियो डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी का है जो हमारी संविधानसभा के प्रमुख थे।’ साथ ही कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद जी ने मानवीय मूल्यों के प्रति देश की प्रतिबंद्धता की बात की थी।