आरयू ब्यूरो,लखनऊ। राजधानी लखनऊ समेत कुछ इलाकों में हुई बेमौसम बरसात से तापमान में गिरावट दर्ज की गयी है। कई शहरों में शुक्रवार और शनिवार दोनों दिन सुबह से हल्की बूंदाबांदी और बारिश हो रही है, जिसके चलते सर्द और गलन बढ़ गयी है। मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर भारत में हो रही इस बेमौसम बरसात की वजह है पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना और अरब सागर में साइक्लोन का बनना। अनुमान है कि एक-दो दिनों आसमान पूरी तरह साफ हो जाएगा, जबकि 24 नवंबर से गलन और शीतलहर शुरू होगी।
मौसम विभाग के अनुसार आगरा, मथुरा से प्रयागराज तक के इलाकों जिनमें कानपुर, ललितपुर, झांसी, महोबा आदि में वर्षा हो सकती है, जबकि, वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, लखनऊ और इसके आसपास के इलाके में मौसम शुष्क रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार 24 नवंबर से गलन और शीतलहर शुरू हो सकती है।
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इस वर्ष उत्तर प्रदेश समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। प्रदेश के कुछ जगहों में न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री तक जा सकता है। आने वाले दो-चार दिनों से ही हाड़ कंपाने वाली ठंड का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस साल सर्दी की दस्तक अक्टूबर में ही हो गई थी। तापमान में लगातार गिरावट आ रही है तो कोहरा पड़ना भी जल्दी ही शुरू हो गया। पहाड़ों पर बर्फबारी भी समय से पूर्व ही शुरू हो गई।
शीत लहर और कोहरे के दिन भी इस साल कहीं अधिक रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस समय भी उत्तर पश्चिमी और दक्षिणी पूर्वी हवाओं के टकराने से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दक्षिणी राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में बारिश चल रही है। दिल्ली में अक्टूबर में अंत में रात का तापमान 58 साल में सबसे ठंडा दर्ज किया गया। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष करीब एक सप्ताह पहले ही ठंड और गलन का असर शुरू हो गया। नवंबर के दूसरे पखवारे में ठंड ने असर दिखाना शुरू कर दिया था।