आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लगातार नगीना सांसद पर हमलावर बसपा मुखिया मायावती ने गुरुवार को एक बार फिर बिना नाम लिए चंद्रशेखर आजाद पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा कि बसपा के लोग कुछ पार्टी से सावधान रहें क्योंकि वे स्वार्थी और अवसरवादी हैं। साथ ही उन्होंने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि बसपा के अच्छे दिन तब आएंगे जब देश में चुनाव बैलट पेपर से होगा।
बसपा मुखिया ने लखनऊ में प्रेसवार्ता करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ईवीएम में धांधली कर बसपा प्रत्याशियों को हराया जा रहा है। मौजूदा सरकार के रहते ईवीएम से चुनाव होना तो बंद नहीं होगा, लेकिन जब सरकार बदलेगी तो बैलट पेपर से चुनाव होगा। जब बैलट पेपर से चुनाव होंगे तो बसपा के भी अच्छे दिन आएंगे। आगे कहा कि हमारी पार्टी और पूरा विपक्ष चाहता है कि देश में सभी चुनाव बैलट पेपर से हो।
वहीं यूपी की पूर्व सीएम ने आज यह भी दावा किया कि देश में अंबेडकरवादी पार्टी सिर्फ बसपा ही है। उन्होंने कहा कि साम, दाम, दंड, भेद जैसे प्रपंच कर दलित और पिछड़ों की बांटने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही दलित संगठन और पार्टी बनाकर बसपा को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बिना नाम लिए चंद्रशेखर आजाद पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ पार्टी से सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि वे स्वार्थी और अवसरवादी हैं। कुछ लोग अंबेडकर के नाम पर पार्टी और संगठन बनाकर बसपा को कमजोर कर रहे हैं। उनका बहुजन समाज से कोई लेना देना नहीं है।
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मायावती ने कहा कि बसपा को मजबूत होता देखकर जातिवादी पार्टियां परेशान हैं। यही वजह है कि अब वे संगठन और पार्टी के माध्यम से दलित कार्यक्रम आयोजित कर गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
इसके अलावा मायावती ने कहा कि पहलगाम हमले को लेकर देश में राजनीति हो रही है, जो नहीं होना चाहिये. कोविड के बढ़ रहे मामलों के संदर्भ में बसपा चीफ ने कहा कि देश में कोराना का प्रकोप ज्यादा हो रहा है।