आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सक्रिय राजनीति से सन्यास लेने की अटकलों के बीच यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राजनीति से रिटायर होने की खबरों का खंडन कर दिया है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि अभी उनका सक्रीय राजनीति से रिटायरमेंट लेने का कोई इरादा नहीं है। साथ ही कहा कि मेरे बीमार होने की फेक न्यूज जातिवादी मीडिया की देन है, ताकि पार्टी के लोगों का मनोबल गिराया जा सके।
मायावती ने सोमवार को अपने एक बयान में कहा कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर व कांशीराम की तरह ही अपनी जिंदगी की आखिरी सांस तक बसपा व इसके मूवमेन्ट को समर्पित रहने का फैसला अटल है। जबसे आकाश आनंद को मेरे न रहने पर या अस्वस्थ विकट हालत में उत्तराधिकारी के रूप में आगे किया है। तभी से जातिवादी मीडिया, ऐसी फेक न्यूज प्रचारित कर रहा, जबकि ऐसी अफवाहें षडयंत्र के तहत केवल पार्टी के लोगों का मनोबल गिराने के लिए होती हैं, जिससे लोग सावधान रहें।
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बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इतना ही नहीं बल्कि, इन्होंने इसी प्रकार की अफवाह पहले भी फैलाई थी कि उन्हें राष्ट्रपति बनाया जाएगा, जबकि मान्यवर कांशीराम जी ने ऐसे ही ऑफर को यह कहकर ठुकरा दिया था कि राष्ट्रपति बनने का मतलब है सक्रिय राजनीति से सन्यास लेना, जो पार्टी हित में उन्हें कतई गंवारा नहीं था तो फिर उनकी शिष्या होकर उन्हें यह स्वीकार करना कैसे संभव? लोग ऐसे दुष्प्रचार आदि से जरूर सावधान रहें।