आरयू वेब टीम। अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। संघ प्रमुख ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है उसका विधिवत पालन किया जाएगा।
मीडिया से बात करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को जय पराजय की नजर से ना देखें अतीत भूलकर मंदिर निर्माण में जुटे। इसके अलावा भागवत ने आगे कहा कि सरकार और आम लोगों की ओर से किए गए प्रयासों का अभिनंदन करते हैं। लंबी प्रक्रिया में राम जन्मभूमि से संबंधित सभी पक्षों को धैर्य से सुना गया है।
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वहीं निर्मोही अखाड़ा के प्रवक्ता कार्तिक चोपड़ा ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि निर्मोही अखाड़ा आभारी है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 150 वर्षों की हमारी लड़ाई को मान्यता दी है। कोर्ट ने श्री राम जन्मस्थान मंदिर के निर्माण और प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार द्वारा स्थापित किए जाने वाले ट्रस्ट को इसकी जिम्मदेरी सौंपी है।
आखिरकार यह एक निष्कर्ष पर पहुंच गया: श्रीश्री रविशंकर
श्रीश्री रविशंकर ने भी कहा कि यह एक ऐतिहासिक निर्णय है, मैं इसका स्वागत करता हूं। यह मामला लंबे समय से चल रहा था और आखिरकार यह एक निष्कर्ष पर पहुंच गया है। समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखा जाना चाहिए।