आरयू वेब टीम। अप्रैल-मई में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने अधिकारियों को प्रशिक्षण देना प्रारंभ कर दिया है। भोपाल की प्रशासन अकादमी में सोमवार को इसका शुभारंभ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने करते हुए कहा कि हर चुनाव नया होता है, किसी तरह की लापरवाही न बरतें। आयोग के निर्देशों का अक्षरश: पालन सुनिश्चित किया जाए।
उप जिला निर्वाचन अधिकारियों एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारियों के प्रमाणीकरण कार्यक्रम के पहले चरण के पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि आयोग ने 2024 के चुनाव के संबंध में जो दिशा-निर्देश भेजे हैं, उनका अच्छी तरह से अध्ययन कर लें। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया जा चुका है। मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया अभी चल रही है।
ऐसे में जिन मतदाताओं का नाम सूची में शामिल होने से छूट गया है या जिनकी आयु एक जनवरी 2024 को 18 वर्ष से अधिक हो गई है, उनके नाम अभी भी सूची में जोड़े जा सकते हैं। मतदाता सूची में किसी भी अपात्र व्यक्ति का नाम न हो, यह अधिकारी सुनिश्चित कर लें। मतदान केंद्रों का भौतिक सत्यापन करें। यदि किसी मतदान केंद्र पर 1,500 से अधिक मतदाताओं की संख्या है, तो वहां सहायक मतदान केंद्र बनाने का प्रस्ताव भेजें।
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मतदान केंद्रों पर बैठक व्यवस्था, बिजली, शौचालय, पीने का पीने और रैंप की व्यवस्था भी दिखवा लें। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रचार-प्रसार करें। प्रदेश में कई ऐसे कई मतदान केंद्र हैं, जहां पर लोकसभा चुनाव 2019 में मतदान का प्रतिशत प्रदेश के औसत से कम था। प्रशिक्षण कार्यक्रम में नेशनल मास्टर ट्रेनर भी उपस्थित थे।
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