आरयू ब्यूरो, लखनऊ। कोरोना संक्रमण तेज होने पर अब सभी जिलाधिकारी अपने जनपदों में सेक्टर प्रणाली लागू करें। इसके लिए क्षेत्रवार सेक्टर मैजिस्ट्रेट नियुक्त किए जाएं। यह सुनिश्चित कराया जाए कि हर जरूरतममंद मरीज को बेड मिले। सभी को मेडिकल ऑक्सीजन हो या वेंटिलेटर अथवा जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। सभी जगह बेड आवंटन और डिस्चार्ज पॉलिसी को प्रभावी ढंग से लागू कराएं।
उक्त निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान समीक्षा बैठक में दी। टीम-11 के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि किसी जिले में शासनादेशों का उल्लंघन हुआ तो संबंधित जिलाधिकारी व सीएमओ की जवाबदेही तय की जाएगी। सभी को अवगत कराया जाए कि मुख्यमंत्री कार्यालय और मुख्य सचिव कार्यालय से इस पर सतत नजर रखी जा रही है।
नए निजी अस्पतालों को भी जाए जोड़ा
इस दौरान योगी ने निर्देश दिया कि सभी जिलों में दो-दो सीएचसी को कोविड संक्रमितों की सेवा के लिए के दिया जाए। स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में बीते हफ्ते जनपदवार दो-दो सौ बेड बढ़ाए गए हैं। इससे करीब 15000 बेड बढ़े हैं। अब तो कोविड हॉस्पिटल के रूप में नए निजी अस्पतालों को भी जोड़ा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति दिन बेहतर होती जा रही है। इस दौरान टैंकरों की संख्या भी बढ़ी है। अभी तक 64 टैंकर इसी कार्य में लगाये गए हैं। इसके अलावा, 20 टैंकर विभिन्न जिलों में सीधे अस्पतालों को आपूर्ति कर रहे हैं। भारत सरकार से भी आठ नए टैंकर मिल रहे हैं। इसके अलावा जमशेदपुर से ऑक्सीजन की आपूर्ति कराई जा रही है। अधिकारी ध्यान रखें कि सभी ऑक्सीजन टैंकर जीपीएस से लैस रहें। उनकी लाइव मॉनिटरिंग की जाए। इसके साथ ही ऑक्सीजन ऑडिट का काम तेजी से किया जाए।
32 ऑक्सीजन प्लांट पहले से ही स्थापित
उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में 32 ऑक्सीजन प्लांट पहले से ही स्थापित हैं। अब 39 और अस्पतालों में ऑक्सिजन प्लांट लगाने के ऑर्डर दिए गए हैं। पीएम केयर्स अंतर्गत भारत सरकार की ओर से स्थापित होने वाले मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट के सम्बंध में प्रस्ताव आज भेजे जा रहे हैं। इस दौरान लगातार प्रयासों से अब लखनऊ, कानपुर, बरेली, वाराणसी, गोरखपुर परिक्षेत्रों में ऑक्सीजन के मांग-आपूर्ति और वितरण की स्थिति में संतुलन है। इसे और बेहतर किया जाए। आगरा, मथुरा और अलीगढ़ क्षेत्रों में प्रभावी इंतजाम किए जाने की जरूरत है। इस दिशा में तत्काल कार्रवाई कराई जाए।
उपचाराधीन लोगों के लिए की जाए विशेष टेलीकन्सल्टेशन की व्यवस्था शुरू
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि होम आइसोलेशन में कोरोना वायरस संक्रमण से उपचाराधीन लोगों के लिए विशेष टेलीकन्सल्टेशन की व्यवस्था शुरू की जाए। हर जिले में इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर पर इस संबंध में एक अलग पैनल गठित किया जाना चाहिए। होम आइसोलेशन के मरीजों को घर दिन स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी जाए। टेलीकन्सल्टेशन के लिए हर जिले में दो-तीन फोन नंबर जरूर हों। मुख्यमंत्री कार्यालय स्तर से इस संबंध में कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाए।
चौबीसों घंटे अलर्ट मोड में रहे कंट्रोल रूम
सीएम ने निर्देश दिया कि इंटोग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को सभी जिलों में प्रभावी बनाएं। कमांड सेंटर के संपर्क नंबर बेहतर ढंग से प्रचारित-प्रसारित कराएं। हर कंट्रोल रूम चौबीसों घंटे अलर्ट मोड में रहे। लोगों की समस्याओं का निराकरण कराएं। मुख्य सचिव कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय स्तर से इसकी निगरानी होनी चाहिए।