आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हाई कोर्ट के आदेश के बाद 69 हजार शिक्षक भर्ती के आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को अभी तक यूपी सरकार ने नियुक्ति नहीं दी है। अभ्यर्थी जहां लगातार इसके लिए राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन कर रहें हैं। वहीं यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा है कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद भी 69 हजार शिक्षक भर्ती में पिछड़े और दलित वर्ग के अभ्यर्थियों को उनका हक नहीं दिया जा रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपाई पिछड़े, दलित व अल्पसंख्यकों (पीडीए) से से नफरत करते है। भाजपा सरकार पीडीए विरोधी फैसले ले रही है।
मुख्यमंत्री के इशारे पर हो रहा ऊपर से नीचे तक भेदभाव
आज अपने एक बयान में अखिलेश ने योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के इशारे पर शासन सत्ता में ऊपर से नीचे तक पिछड़ों, दलितों, अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय और भेदभाव हो रहा। भाजपा की सात साल की सरकार में नौकरियों में पीडीए का आरक्षण हक छीना है। सरकार बनाने के बाद बीजेपी ने पीडीए के साथ अन्याय, अत्याचार, भेदभाव किया। निर्दोषों पर मुकदमें लगवाएं, फर्जी एनकाउंटर कराए, जेलों में डाल कर प्रताड़ित किया।
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हार से बौखलाए भाजपाई कर रहें नंगानांच
योगी सरकार पर हमला जारी रखते हुए अखिलेश ने कहा भाजपा सरकार सत्ता और शासन, प्रशासन का दुरुपयोग कर रही। लोकसभा चुनाव में पीडीए की एकजुटता से समाजवादी पार्टी को ताकत और भाजपा को पराजय मिली। इससे भाजपाई और बौखला गये है। सत्ता का नंगानांच शुरू कर दिया हैं गरीबों पर कहर ढा रहे हैं। भाजपा सरकार असली अपराधियों को संरक्षण दे रही है। निर्दोषों को फंसा रही है।
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अन्याय के खिलाफ जारी रहेगी लड़ाई
वहीं पूर्व सीएम ने अंत में कहा कि समाजवादी पार्टी गरीब, बेकसूरों के साथ खड़ी है। हर अन्याय और जुल्म का विरोध करेगी। अन्याय के खिलाफ समाजवादी पार्टी की लड़ाई जारी रहेगी।