आरयू वेब टीम। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने शुक्रवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के खिलाफ कथित अनियमितताओं को लेकर लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। पीटीआई ने इसकी जानकारी दी। एक दिन पहले ही आयकर विभाग ने टैक्स चोरी की जांच के तहत रामकृष्ण के परिसरों पर छापा मारा था।
वहीं एक अन्य पूर्व सीईओ रवि नारायण और पूर्व सीओ आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ भी लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने मिंट को बताया, ‘सीबीआइ आज मुंबई में रामकृष्ण से पूछताछ कर रही है और रामकृष्ण, आनंद सुब्रमण्यम और रवि नारायण (एनएसई के पूर्व प्रबंध निदेशक) के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है। ये कार्रवाई सेबी के आदेश के अनुसार सामने आए हालिया फैक्ट के आधार पर 2018 में दर्ज हुई एफआइआर के विस्तार के तहत हुई है।’
चित्रा रामकृष्ण एनएसई के समूह ऑपरेटिंग अधिकारी और प्रबंध निदेशक के सलाहकार के रूप में आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति को लेकर भी अनियमितताओं के आरोपों का सामना कर रही हैं, हालांकि मामला उस समय का है जब चित्रा रामकृष्ण 2013 और 2016 के बीच नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की प्रबंध निदेशक और सीईओ थीं।
सीबीआइ की जांच एक अन्य घोटाले से संबंधित है, जो रामकृष्ण के कार्यकाल के दौरान सामने आया था। ये आरोप लगाया गया था कि कुछ व्यापारियों को एनएसई की को-लोकेशन फैसिलिटी के लिए तरजीही पहुंच मिली। ये लोग जल्दी लॉग इन कर पाते थे। इसके अलावा, एक्सचेंज में डेटा फीड के लिए स्प्लिट-सेकंड एक्सेस प्राप्त करते थे। यह भी आरोप लगाया गया था कि एक्सचेंज डेटा तक पहुंचने के लिए कुछ व्यापारियों के पास कई आईपी एड्रेस थे।
इससे पहले, आयकर विभाग ने चित्रा रामकृष्ण और आनंद सुब्रमण्यम के खिलाफ टैक्स चोरी के मामले की जांच के तहत मुंबई और चेन्नई स्थित उनके परिसरों पर छापेमारी की।अधिकारियों ने कहा कि इस कार्रवाई का मकसद दोनों लोगों के खिलाफ टैक्स चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों की जांच करना तथा सबूत जुटाना है।
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दरअसल, यह संदेह जताया गया था कि उन्होंने एक्सचेंज की गोपनीय जानकारी संभवत: तीसरे पक्षों के साथ साझा कर अवैध वित्तीय लाभ हासिल किये होंगे। आयकर विभाग की मुंबई जांच शाखा ने रामकृष्ण और सुब्रमण्यम के परिसरों पर गुरुवार तड़के छापे मारे। अधिकारियों ने बताया कि रामकृष्ण के चेन्नई स्थित एक परिसर में भी छापा मारा गया। तलाशी दलों ने उन सभी परिसरों से कुछ दस्तावेज अपने कब्जे में लिये हैं।
गौरतलब है की रामकृष्ण उस वक्त सुर्खियों में रही थीं, जब बाजार नियामक सेबी ने हाल में एक आदेश जारी किया था, जिसके मुताबिक एनएसई की पूर्व एमडी एवं सीईओ चित्रा रामकृष्ण ने एक योगी के प्रभाव में आकर आनंद सुब्रमण्यम को एक्सचेंज में समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्त किया। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने रामकृष्ण और अन्य पर सुब्रमण्यम की मुख्य रणनीतिक सलाहकार के तौर पर नियुक्ति और फिर समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के सलाहकार के तौर पर उनकी पुन: नियुक्ति में नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था।