एबीजी शिपयार्ड घोटाले पर कांग्रेस ने साधा केंद्र पर निशाना, मोदी सरकार की नाक के नीचे हुआ 22,482 करोड़ का सबसे बड़ा घोटाला

एबीजी शिपयार्ड

आरयू वेब टीम। सामने आए एबीजी शिपयार्ड के महाघोटाले को लेकर रविवार को कांग्रेस ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए मिलीभगत का आरोप लगाया है। कांग्रेस के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज कहा है कि एबीजी शिपयार्ड ने 28 बैंकों का 22482 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया है और यह 75 सालों में यह सबसे बड़ा बैंक फ्रॉड है।

मीडिया से बात करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि वे हिंदुस्तान के सबसे बड़े बैंक फ्रॉड के तथ्य लेकर आए हैं। सरकार पर हमला बोलते हुए कहा जनता का पैसा लूटो और फ्रॉडस्टर को भगवाओ मोदी सरकार की ये फ्लेगशिप स्कीम है। उन्होंने नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि 22 हजार 842 करोड़ रुपये का हिंदुस्तान का सबसे बड़ा बैंक घोटाला मोदी सरकार की नाक के नीचे और उनके प्रत्यक्ष और परोक्ष सहमति से घटित हुआ है।

सीबीआइ की भूमिका पर भी उठे सवाल

वहीं सीबीआइ की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कहा, “8 नवंबर 2019 को, भारतीय स्टेट बैंक ने एबीजी शिपयार्ड के ऋषि अग्रवाल और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए सीबीआइ को शिकायत दर्ज की, लेकिन पूरे मामले को नौकरशाही तकरार और फाइल-पुशिंग में उलझा दिया गया। यह सालों तक होता रहा, क्योंकि जनता का पैसा नाले में चला गया और धोखेबाजों को फायदा हुआ।”

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साथ ही कहा कि मोदी सरकार में पांच लाख 35 हजार करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड हुए हैं और इन्हीं सात सालों में बैंकों ने देश के लोगों की आठ लाख 70 हजार करोड़ रुपए की राशि बट्टे खाते में डाल दी है।

सुरजेवाला ने अपने बयान में कहा कि देश ने मोदी सरकार की लूट और स्केप स्कीम के कई मोहरे देखें हैं, जिसमें नीरव मोदी, मेहुल चौकसी, अमीर मोदी, निशल मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या, जतिन मेहता, चेतन संदेसरा, रिषी अग्रवाल जैसे नाम शामिल हैं। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बैंक का पैसा लूटो और भागो, यह इस सरकार की बैंक के फ्रॉडस्टर के लिए फ्लैगशिप स्कीम है।

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