NH पर बनी लैंडिंग स्ट्रिप पर उतरा लड़ाकू विमान, राजनाथ-गडकरी ने किया उद्घाटन

लैंडिंग स्ट्रिप
लैंडिंग स्ट्रिप पर उतरा विमान।

आरयू वेब टीम। देश को पहला ऐसा नेशनल हाईवे मिल गया जहां वायुसेना के लड़ाकू विमान भी उतर सकेंगे। राजस्थान के बाड़मेर में बने नेशनल हाइवे का सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को उद्घाटन किया दोनों मंत्री एक ही विमान से इस हाईवे पर उतरे। आपात लैंडिंग फील्ड का उद्घाटन करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि आज एतिहासिक दिन है। पहले सड़क पर वाहन चला करते थे, लेकिन 21वीं सदी में सड़क पर भी विमान उतरेंगे। भारत किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।

उद्घाटन के मौके पर हाईवे पर वायुसेना के सुखोई और मालवाहक जहाज भी उतरे। पाकिस्तान की सीमा के नजदीक बने इस हाईवे को सामरिक दृष्टि से काफी खास माना जा रहा है। इस एयर स्ट्रिप से शुरू होने के बाद वायुसेना को इसका खासा फायदा मिलेगा। एनएच-925 भारत का पहला राष्ट्रीय राजमार्ग है, जिसका इस्तेमाल वायुसेना के विमानों को आपात स्थिति में उतारने के लिए किया जाएगा।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने भारतीय वायु सेना के लिए आपातकालीन स्थिति में विमान उतारने के वास्ते एनएच-925ए के सट्टा-गंधव सेक्शन के तीन किलोमीटर के हिस्से पर इस आपातकालीन पट्टी का निर्माण किया है। यह पट्टी भारतमाला परियोजना के तहत गगरिया-बखासर और सट्टा-गंधव खंड के नव विकसित ‘टू-लेन पेव्ड शोल्डर’ का हिस्सा है, जिसकी कुल लंबाई 196.97 किलोमीटर है और इसकी लागत 765.52 करोड़ रुपये है। ‘पेव्ड शोल्डर’ उस भाग को कहा जाता है, जो राजमार्ग के उस हिस्से के पास हो जहां से वाहन नियमित रूप से गुजरते हैं।

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यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित बाड़मेर और जालौर जिलों के गांवों के बीच सम्पर्क में सुधार करेगी। इसके पश्चिमी सीमा क्षेत्र में स्थित होने से भारतीय सेना को निगरानी करने में मदद के साथ-साथ बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में भी सहायता मिलेगी। ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए किया जाएगा।

बता दें कि ईएलएफ का निर्माण 19 महीने के अंदर पूरा किया गया है। इसका निर्माण कार्य जुलाई 2019 में शुरू किया गया था और जनवरी 2021 में यह सम्पन्न हो गया। आइएएफ और एनएचएआई की देखरेख में ‘जीएचवी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ ने इसका निर्माण किया है। भारत-पाक सीमा से महज 40 किलोमीटर दूर है यह हवाई पट्‌टी। इसका निर्माण भारत माला प्रोजेक्ट के तहत बने हाइवे NH-925ए पर हुआ है। हवाई पट्‌टी की चौड़ाई 33 मीटर है और इकी लंबाई तीन किलोमीटर है।

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