आरयू वेब टीम। संसद का मानसून सत्र चल रहा है। शुक्रवार को मानसून सत्र का दसवां दिन है, लेकिन अब तक संसद के दोनों सदनों में ठीक से कामकाज नहीं हो रहा है। विपक्ष लगातार सरकार की नीतियों का विरोध कर रहा है। साथ ही अग्निपथ योजना, जीएसटी, महंगाई और सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के मुद्दे पर भी विपक्ष सरकार को घेरने कर रहा है।
वहीं संसद से निलंबित सदस्यों का धरना प्रदर्शन आज भी जारी है। जानकारी के मुताबिक दोनों सदनों से निलंबित सांसद संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी प्रतिमा के पास 50 घंटे से ज्यादा समय से धरना पर बैठे हुए हैं।
गौरतलब है कि संसद में हंगामे की वजह से विपक्ष के लगभग 27 सांसदों को निलंबित किया गया है। मंगलवार को अशोभनीय आचरण के लिए लोकसभा के चार कांग्रेस सदस्यों को मानसून सत्र की शेष अवधि से निलंबित किया गया। वहीं, राज्यसभा के 23 विपक्षी सदस्यों को वर्तमान सप्ताह के शेष अवधि के लिए निलंबित किया गया है।
आम आदमी पार्टी के निलंबित राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि आज धरने का तीसरा दिन है और हम संसद परिसर में बैठे हैं। गुजरात में जहरीली शराब पीने से 70 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। उसी गुजरात में भाजपा का राज है, यही मुद्दा में सदन में उठाना चाहता था लेकिन मुझे निलंबित कर दिया गया।
वहीं सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि लोकतंत्र बचाने की लड़ाई लड़ने के लिये संसद में धरने पर बेठे हें। इससे पहले एक विपक्षी नेता ने दावा किया हम मोदी जी को उनका वादा याद दिलाना चाहते हैं जो उन्होंने संसद में प्रवेश करने के पहले दिन किया था। यही वो जगह है जहां उन्होंने अपना माथा टेका था। उन्होंने यह भी कहा कि संसद भवन के प्रवेश द्वार पर जाने का एक कारण यह भी है कि टेंट की व्यवस्था नहीं है और बारिश हो रही है। संसद के प्रवेश द्वार का एक प्रतीकात्मक महत्व है।’’
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बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की एक टिप्पणी पर भाजपा के सांसदों ने लोकसभा में भारी हंगामा किया जिस कारण सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित करनी पड़ी।
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये सरासर भाजपा की गलती है, उन्होंने (अधीर रंजन चौधरी) माफी मांग ली है उन्होंने कहा है कि वे बंगाली हैं और उन्हें हिंदी की थोड़ी दिक्कत होती है। इसके बावजूद भी आप हंगामा कर रहे हैं, ये शर्म की बात है, आप सोनिया गांधी को इसमें घसीट रहे हैं।