आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अपने दर्जनों नेता-पदाधिकारियों के एकाएक सुभासपा छोड़ने पर पार्टी सुप्रीमो ओपी राजभर ने इसका ठीकरा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सिर फोड़ा है। ओपी राजभर ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि अखिलेश यादव पैसे, गाड़ी व सपा के चुनावी टिकट का लालच देकर उनकी पार्टी के नेताओं को तोड़ रहें हैं। इस काम के लिए उन्होंने अपने दो रत्नों को भी लगाया है।
सुभासपा अध्यक्ष ने यह बयान एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान दिया है। उन्होंने कहा कि कहा कि हम पिछड़ों की लड़ाई लड़ रहें। हमें रास्ते से भटकाने के लिए ये नुकसान किया जा रहा है। सपा चार बार सरकार में थी, तब पिछड़ी जातियों को कितना सिपाही बनाए थे। सौ फिसदी सपा इस टूट के पीछे है।
हमला जारी रखते हुए राजभर ने कहा कि सुभासपा की बढ़ती हुई लोकप्रियता से सपा परेशान है। इसका मैं सबूत दूंगा। उनके नौ रत्नों में दो रत्न सुभासपा को तोड़ने में लगे हुए हैं। एक रत्न मऊ का है और एक लखनऊ का रत्न है, जो एक पर्चा नहीं भर पाया।
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उन्होंने कहा कि जो अपना बूथ नहीं जीता सके, वे हमारा मुकाबला करने आए हैं। वे लोग अपनी-अपनी पार्टी बचा लें। ये अखिलेश यादव के नवरत्न हैं. लखनऊ वे रत्न उदवीर सिंह हैं, बाद में भागकर घर चले आए थे। वहां पर सपा के गुंड़ों ने ही उनकी पिटाई कर दी थी। मऊ वाला रत्न राष्ट्रीय प्रवक्ता है, जो विधानसभा में पैसा देकर टिकट मांग रहा था, लेकिन नहीं मिल सका। उसको मेरी पार्टी खत्म करने के लिए लगाया गया है।
राजभर ने यह भी कहा कि अखिलेश यादव अगर अपने रत्न भेंज समुद्र में से दो बाल्टी पानी निकाल लें तो क्या कम होगा। हमारे यहां से जो लोग गए हैं वो अखिलेश यादव से मिले हैं। अखिलेश यादव जैसा धोखेबाज कोई नहीं है। मेरे साथ उन्होंने धोखा किया है। चार महीना दौड़ा और केवल 12 सीट दी थी। मैं अखिलेश यादव को उनकी हैसियत बता दूंगा।