आरयू वेब टीम। कांग्रेस पार्टी ने भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और उसके बाद नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सीमा पार से गोलाबारी के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को दूर करने के लिए गुरुवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक के दौरान केंद्र सरकार को अपना पूरा समर्थन दिया है। हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या प्रधानमंत्री खुद को संसद से ऊपर समझते हैं।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए खड़गे ने कहा, “हमने सुना कि (सरकार द्वारा) क्या कहा गया। उन्होंने कहा कि देश के हित में, राष्ट्रीय सुरक्षा पर आधारित कोई भी बात गोपनीय है और वे इस बारे में कुछ नहीं कह सकते। हालांकि, मौजूद सभी पार्टी सदस्यों ने कहा कि संकट की इस घड़ी में हम सब उनके साथ हैं और उनसे कहा कि वे काम करते रहें और देश के हित में हम उनका समर्थन करेंगे।”
एकजुटता के प्रदर्शन के बावजूद, खड़गे ने बैठक में शामिल न होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा प्रहार किया। इस तरह की चर्चाओं से उनकी लगातार दूसरी अनुपस्थिति रही।
खड़गे ने कहा, “पिछली बार वे वहां नहीं थे और इस बार भी वे वहां नहीं हैं। उनका इरादा यह है कि वे खुद को संसद से ऊपर समझते हैं। जब समय आएगा, हम पूछेंगे, लेकिन अभी संकट का समय है और हम किसी की आलोचना नहीं करना चाहते।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को विपक्षी सदस्यों के विचारों को सीधे सुनना चाहिए था।
इस बीच, बैठक में शामिल हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय हित में सरकार के कार्यों के प्रति कांग्रेस के समर्थन की पुष्टि की। साथ ही राहुल ने संकट के दौरान एकता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा, “हमने अपना पूरा समर्थन दिया। जैसा कि खड़गे जी ने कहा, इन चीजों पर चर्चा नहीं की जा सकती। लेकिन सभी ने समर्थन किया।”
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर केंद्र सरकार ने आज संसद भवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई। जोकि राजनीतिक नेताओं को ऑपरेशन सिंदूर के बाद की स्थिति से अवगत कराने के लिए थी। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा पार आतंकवाद पर भारत की कार्रवाई के बारे में राजनीतिक दलों को जानकारी दी। जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी सहित कई अन्य नेताओं ने बैठक में भाग लिया।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर बुधवार को तड़के किया गया एक श्रृंखलाबद्ध सटीक मिसाइल हमला था, जिसमें 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के प्रतिशोध में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया था।