आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पहलगाम आतंकी हमले पर वीडियो पोस्ट करना लखनऊ यूनिवर्सिटी के भाषा विज्ञान विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी (डॉ. मेडुसा) भारी पड़ गया। विवि के कुल सचिव ने नोटिस जारी कर पांच दिनों के अंदर उन्हें स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। ये कार्रवाई सोमवार को विश्वविद्यालय के छात्र संगठनों की ओर से विरोध के बाद की गई। छात्र डॉ. काकोटी के खिलाफ दो दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे।
कुल सचिव विद्या नंद त्रिपाठी की ओर से जारी नोटिस में डॉ. माद्री काकोटी के पोस्ट का जिक्र किया गया है। जिसमें कहा गया है कि ‘आपका संदेश व डाला गया वीडियो पाकिस्तान द्वारा संचालित एक्स हैंडल पीटीआई प्रमोशन पर भी रीपोस्ट किया गया है। इससे लखनऊ विश्वविद्यालय और राष्ट्र की छवि धूमिल होने की संभावना है। आपके इस कृत्य से देश व समाज के प्रति गलत संदेश गया है। आपका कृत्य लखनऊ विवि की प्रथम परिनियमावली की अनूसूची सी में शिक्षकों हेतु निर्धारित व्यवस्था के प्रतिकूल है।
आतंकवाद संपूर्ण विश्व, देश व समाज सबके लिए विष के समान, घातक और अमानवीय है। आपकी टिप्पणी से छात्रों में रोष है। आपके विरूद्ध कार्रवाई की मांग की जा रही है। अत आपको निर्देशित किया जाता है कि कृत्य के संबंध में अपना स्पष्टीकरण पांच कार्य दिवस के अंदर साक्ष्य सहित उपलब्ध कराना सुनिश्चत करें। साथ ही य भी स्पष्ट करें कि आपके कृत्य के लिए क्यों न आपके विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाए’।
गौरतलब है कि कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था। इसमें आतंकवादियों ने गोलियां बरसाकर 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट किया था। जिसमें डॉ. माद्री काकोटी ने कहा था कि ‘धर्म पूछकर गोली मारना आतंकवाद है। और धर्म पूछकर लिंच करना, नौकरी से निकालना, घर न देना, या बुलडोजर चलाना भी आतंकवाद है। असली आतंकी को पहचानो’। काकोटी के इस वीडियो को पाकिस्तान में भी रीपोस्ट किया गया था। इसके बाद विवि के छात्र प्रोफेसर के विरोध में उतर आए थे।
इसके बाद से लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र संगठन काकोटी के बयान के खिलाफ दो दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। विवि प्रशासन और पुलिस को ज्ञापन सौंपा था। सोमवार को विश्वविद्यालय के 50 से अधिक छात्रों ने अमन दुबे के नेतृत्व में कुलपति कार्यालय का घेराव किया। मुख्य गेट पर पर ताला जड़ दिया।
बता दें कि लखनऊ यूनिवर्सिटी की सहायक प्रोफेसर डॉ. माद्री काकोटी सोशल मीडिया पर डॉ. मेडुसा के नाम से जानी जाती हैं। वह असम की रहने वाली हैं। वह अक्सर विभिन्न मुद्दों पर पोस्ट कर सरकार की आलोचना करती रहती हैं। नोटबंद समेत कई मुद्दों पर भी उन्होंने वीडियो पोस्ट किया था।