आरयू ब्यूरो,लखनऊ। सात महीने तक जेल में रहने के बाद इस साल मार्च में छूटे पूर्व आइपीएस अमिताभ ठाकुर को अब लखनऊ जेल ने पैसा वापसी का नोटिस भेजा है। जेल में रहने के दौरान अमिताभ ठाकुर को खर्चे के लिए मिली रकम और जेल से छूटने के बाद बाकी रकम के भुगतान में अमिताभ ठाकुर को जेल प्रशासन ने 400 रुपये ज्यादा दे दिए थे, अब उसी 400 रुपए को लखनऊ जेल प्रशासन वापस मांग रहा है। लखनऊ जेल के सीनियर सुपरिटेंडेंट ने इस संबंध में उन्हें पत्र भेजा है।
वहीं इस बारे में अमिताभ ठाकुर का कहना है कि जेल विभाग का हिसाब गड़बड़ है। मुझे जेल विभाग को चार सौ नहीं देने हैं। उल्टे जेल विभाग मुझे 1600 रुपये वापस दे। हमने इस संबंध में जेल प्रशासन को पत्र लिखा है। दरअसल पिछले साल सितंबर में युवती को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में अमिताभ ठाकुर को जेल भेज दिया गया था।
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पांच सितंबर 2021 को पत्नी नूतन ठाकुर ने अमिताभ ठाकुर से मुलाकात की थी। तब उन्होंने 1500 रु अमिताभ ठाकुर के खर्चे के लिए जमा करवाए थे। 12 सितंबर को अमिताभ ठाकुर को 400 रुपए का कूपन दिया गया फिर 27 सितंबर को फिर 400 रुपए के कूपन दिए गए, जिसके बाद उनके खाते में 700 रुपए के कूपन बाकी बचे।
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25 अक्टूबर को पत्नी नूतन ठाकुर ने फिर मुलाकात के दौरान 2000 जमा किए तो कुल जमा रकम 2700 हो गई। एक नवंबर को अमिताभ ठाकुर ने 400 रुपए वापस लिए तो इस तरह बाकी बची रकम 2300 हुई, लेकिन 25 मार्च को जब अमिताभ ठाकुर जेल से छूटे तो जेल प्रशासन की तरफ से अमिताभ ठाकुर को 2300 की बजाय 2700 का चेक दे दिया गया।