आरयू वेब टीम। जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के प्रमुखों के साथ गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई दिल्ली में चल रही बैठक को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रतिक्रया देते हुए कहा कि कश्मीर की आजादी नहीं छीननी चाहिए।
पीएम मोदी की जम्मू-कश्मीर की बैठक को लेकर ममता बनर्जी ने तंज भरे लहजे में कहा कि जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीनने की क्या जरूरत थी, जम्मू-कश्मीर की आजादी नहीं छीननी चाहिए। ममता बनर्जी ने आगे कहा कि कश्मीर में निरंकुश शासन से दुनिया में बदनामी हुई। ममता बनर्जी ने कहा कि कश्मीर का राज्य का दर्जा हटाने की क्या जरूरत थी, पीएम की बैठक किस मुद्दे पर कुछ पता नहीं।
साथ ही ममता ने कहा कि पिछले दो साल में भाजपा नेता के सिवाय कोई भी कश्मीर नहीं जा सका। क्या सिर्फ भाजपा के लोग देशभक्त हैं, बाकी सब आतंकवादी हैं? गौरतलब है कि प्रधानमंत्री आवास पर दिन में बुलाई गई बैठक का फिलहाल एजेंडा गुप्त रखा गया है।
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर के नेताओं से मोदी की मुलाकात का मायावती ने किया स्वागत, कही ये बातें
जम्मू-कश्मीर को लेकर पीएम आवास पर हो रही इस बड़ी बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, एनएसए अजित डोभाल और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी शामिल हैं। बैठक में पहुंचे नेताओं का पीएम ने स्वागत किया। साथ ही सभी नेताओं का फोटो सेशन भी हुआ। गौरतलब है कि इस बैठक में आठ दलों के 14 नेता शामिल है।
बता दें कि प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान नेशनल कांफ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद, गुलाम अहमद मीर, ताराचंद, पीडीपी की महबूबा मुफ़्ती, बीजेपी के निर्मल सिंह, कविन्द्र गुप्ता और रविन्द्र रैना, पीपुल कांफ्रेंस के मुजफ्फर बेग और सज्जाद लोन, पैंथर्स पार्टी के भीम सिंह, सीपीआईएम के एमवाई तारीगामी, जेके अपनी पार्टी के अल्ताफ बुखारी शामिल है।